कोरोना वायरस की महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जी7 ग्रुप को निरर्थक बताते हुए इसकी पीक समिट सितंबर तक के लिए टाल दी है। उन्होंने इसका विस्तार करके जी10 या जी11 में बदलकर भारत और दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं को शामिल करने की वकालत की है।
इन देशों को आमंत्रित करने के इच्छुक
ट्रंप ने पिछले हफ्तों में कोविड-19 महामारी के बीच आर्थिक गतिविधियों को दोबारा शुरू करने के लिए जून के आखिर में जी7 समिट बुलाने का सुझाव दिया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने संवाददाताओं से कहा कि वह समिट को सितंबर तक के लिए स्थगित कर रहे हैं। इसके अलावा रूस, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और भारत को इस ग्रुप में आमंत्रित करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता दुनिया में जो कुछ हो रहा है, उसके संदर्भ में जी7 विश्व का सही मायने में प्रतिनिधित्व कर पा रहे हैं। अब यह समूह अप्रासंगिक हो चुका है। इसलिए यह जी10 या जी11 बन सकता है। अमेरिका में चुनाव होने के बाद इस पर अमल किया जा सकता है।
सितंबर में होगी जी7 की समिट
ट्रंप ने कहा कि जी7 समिट सितंबर में संयुक्त राष्ट्र की आम सभा से पहले आयोजित किया जा सकता है। इसका आयोजन चुनाव के बाद भी हो सकता है लेकिन बेहतर होगा कि चुनाव से पहले ही समिट हो जाए। चुनाव से पहले समिट के बारे में उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र आम सभा से पहले या उसके बाद सप्ताहांत में इसका आयोजन हो सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र की आम सभा 15 सितंबर को शुरू होगी। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 3 नवंबर को होने वाले हैं। ट्रंप दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव मैदान उतर रहे हैं।
रूस को दोबारा शामिल करने की तैयारी
ट्रंप के अनुसार उन्होंने जी7 के विस्तार पर उन चार देशों के नेताओं से बात कर ली है जिन्हें वह ग्रुप में शामिल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया को शामिल करना चाहते हैं। इन्हें शामिल करने के लिए ग्रुप बेहतर स्थिति में होगा। उन्होंने रूस का नाम नहीं लिया।
ट्रंप रूस को ग्रुप को दोबारा शामिल करने के बारे में पहले ही कह चुके हैं। उसे ओबामा प्रशासन के समय ग्रुप8 से निकाल दिया गया था और यह ग्रुप7 रह गया। 2014 में रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्जा किए जाने के बाद ग्रुप से निकाला गया था।