पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र कहीं भी किसी भी ऐसे व्यक्ति की मौत की सजा खत्म किए जाने का आवान करता रहा है जिसकी उम्र अपराध के वक्त 18 साल से कम रही हो।
विश्व निकाय ने पाकिस्तान सरकार की इस हालिया घोषणा पर भी चिंता जताई कि उसने केवल आतंकवाद से जुड़े नहीं, बल्कि सभी मामलों में मृत्युदंड पर पाबंदी वापस ले ली है।
बयान में कहा गया है कि जिन लोगों को फांसी पर लटकाया गया है उनमें से ऐसे लोग भी थे जो वारदात के वक्त नाबालिग थे और 8,000 से ज्यादा कैदियों को मौत की सजा मिली हुई है।
इसके मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र पाकिस्तान में सरकार से मृत्युदंड पर जल्द से जल्द फिर पाबंदी लगाने का आग्रह करता है।