संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) ने सर्वसम्मित से प्रस्ताव पारित कर म्यांमार के सैन्य शासको से लोकतांत्रिक नेता आंग सान सू की तथा अन्य राजनीतिक नेताओं को रिहा करने की मांग की है।
47 सदस्यीय परिषद ने ब्रिटेन और यूरोपीय संघ (ईयू) द्वारा पेश प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से यह फैसला लिया। हालाँकि
रूस और चीन ने बाद में कहा कि उन्होंने सर्वसम्मति से खुद को ‘अलग’ कर लिया था।
यूएनएचआरसी ने कहा कि सैन्य शासक देश में तख्ता पलट का विरोध कर रही जनता पर बल प्रयोग करने से परहेज करे।
म्यांमार के दूत ने कहा कि यह प्रस्ताव स्वीकार्य नहीं है।
बीबीसी की रिर्पोट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार जांचकर्ताओं ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से म्यांमार में तख्तापलट के लिए सैन्य नेताओं और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ दंडात्मक प्रतिबंधों, हथियारों पर प्रतिबंध तथा उनकी यात्रा प्रतिबंध लगाने पर विचार करने का आग्रह किया है।
उन्होंने यह भी मांग की कि संयुक्त राष्ट्र निरीक्षकों जमीनी हकीकत जाने को देश का दौरा करने की अनुमति दे।
अमेरिका ने सभी सदस्य देशों से उसके द्वारा सैन्य शासकों पर लगाए गए प्रतिबंधों का पालन करने का आग्रह किया है।