सयुंक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष तिजानी मोहम्मद बांदी ने सोमवार को कहा कि सितंबर में न्यूयॉर्क में आयोजित होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा की सालाना बैठक में हिस्सा लेने के लिए दुनिया भर के नेताओं के जमा होने की संभावना नहीं है। संयुक्त राष्ट्र के 75 साल के इतिहास में पहली बार कोविड-19 महामारी की वजह से ऐसा हो रहा है।
संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी खबरें देने वाली 'एसडीजी नॉलेज हब वेबसाइट' के अनुसार संयुक्त राष्ट्र महासभा की 75वीं बैठक 15 सितंबर से शुरू होने की संभावना है। वहीं उच्च स्तरीय आम बहस का पहला दिन 22 सितंबर हो सकता है।
तिजानी मोहम्मद ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन मे कहा, ‘‘ दुनिया भर के नेता व्यक्तिगत रूप से न्यूयार्क नहीं आ सकते हैं। एक राष्ट्रपति अकेले यात्रा नहीं करते/करती हैं इसलिए हमें यहां राष्ट्रपतियों को देखने की उम्मीद नहीं है।’’अध्यक्ष ने कहा कि उनका कार्यालय संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों के साथ आम बहस को सुनिश्चित करने के लिए तंत्र बनाने में जुटा हुआ है, जहां नेता कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू प्रतिबंध के बीच राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय प्राथमिकताओं पर अपनी बात रख सकेंगे।
आने वाले दो सप्ताह में स्थिति कुछ स्पष्ट होगी
उन्होंने कहा कि आम बहस की तारीख में बदलाव नहीं किया जाएगा और यह तय तारीख पर ही आयोजित होगी लेकिन पिछले 74 वर्षों से जैसा होता रहा था, वह इस बार संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सचिवालय, सदस्य देश, उनका कार्यालय और अन्य पक्षकार आम बहस की संभावनाओं पर विमर्श कर रहे हैं और आने वाले दो सप्ताह में स्थिति कुछ स्पष्ट होगी। महामारी की वजह से व्यक्तिगत बैठक असंभव प्रतीत हो रही है, लेकिन ऐसी संभावना है कि महासभा हॉल में ‘ सौ या कुछ’ लोगों को उच्च स्तरीय चर्चा वाले सप्ताह में मौजूद रहने की मंजूरी दी जाए लेकिन पहले की तरह सभी लोग न्यूयॉर्क नहीं आ रहे हैं और न ही महासभा में आ रहे हैं।
एंतोनियो गुतारेस ने पत्र लिखकर बांदी को दी थी सलाह
पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने एक पत्र लिखकर बांदी को सलाह दी थी कि वह ‘अलग प्रारूप’ में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक आयोजित करें जैसे कि विश्व के नेताओं के संदेश पहले से ही रिकॉर्ड कर लिए जाएं ।