यूक्रेन में स्थित एक भारतीय दवा कंपनी कुसुम फार्मास्युटिकल्स के गोदाम पर रूसी मिसाइल हमले की खबर से शनिवार को हलचल मच गई। भारत में स्थित यूक्रेन दूतावास के अनुसार यह हमला कीव में स्थित गोदाम पर किया गया, जिससे बच्चों और बुजुर्गों के लिए रखी गई दवाएं पूरी तरह नष्ट हो गईं।
यूक्रेन दूतावास ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए बयान में कहा, "यह घटना दर्शाती है कि रूस एक ओर भारत के साथ 'विशेष दोस्ती' का दावा करता है, वहीं दूसरी ओर जानबूझकर भारतीय व्यवसायों को निशाना बना रहा है।"
बता दें कि दूतावास ने इसे एक सोची-समझी कार्रवाई करार दिया है।
यूक्रेन में ब्रिटेन के राजदूत मार्टिन हैरिस ने भी इस हमले को लेकर चिंता जताई। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की जिसमें फार्मा गोदाम से धुआं निकलता देखा जा सकता है।
उन्होंने अपने बयान में कहा, "यूक्रेनी नागरिकों के खिलाफ रूस का आतंक का अभियान जारी है। यह हमला कीव में एक प्रमुख फार्मा गोदाम को नष्ट करने वाला था।"
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब रूस और यूक्रेन के शीर्ष राजनयिक तुर्की में आयोजित एक उच्च-स्तरीय सम्मेलन में भाग ले रहे थे। सम्मेलन का उद्देश्य ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हो रहे हमलों को रोकने और अमेरिका-मध्यस्थता वाले अस्थायी समझौते को बनाए रखने के प्रयासों को दोहराना था।
हालांकि, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि तीन साल से जारी युद्ध के समाधान की राह अभी भी कठिन है।