हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार नेपाल के ड्रग्स प्रशासन ने कहा है कि दिव्य फार्मेसी में बने छह मेडिकल प्रोडक्ट की गुणवत्ता खराब पाई गई है। पतंजलि आयुर्वेद से इन छह उत्पादों को तुरंत वापस लेने के लिए कहा गया है। ड्रग्स प्रशासन के अधिकारियों ने नेपाल स्थित पतंजलि आयुर्वेद की यूनिट से इन उत्पादों को वापस लेने के लिए उठाए गए कदम की जानकारी भी मांगी है।
नेपाल में दिव्य फार्मेसी के इन छह उत्पादों के उपयोग और बिक्री रोक लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं। विभिन्न दुकानों के निरीक्षण के दौरान लिए गए इन उत्पादों के सैंपल टेस्ट में फेल पाए गए थे, जिसके बाद पतंजलि आयुर्वेद को इन्हें वापस लेने को कहा गया है। इस मामले पर पतंजलि आयुर्वेद का पक्ष जानने की कोशिश की जा रही है। अभी तक इस बारे में उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
टेस्ट में फेल रहे ये प्रोडक्ट
सार्वजनिक नोटिस के अनुसार, पतंजलि के आमला चूर्ण(बैच न. एएमसी067), दिव्या गशर चूर्ण (बैच न.ए-जीएचसीआई 31), बहूची चूर्ण (बैच बीकेसी 011) , का त्रिफला चूर्ण (बैच न. ए-टीपीसी 151), अस्वगंधा (एजीसी 081) और अद्विया चूर्ण (डीवायसी 059) माइक्रोबियल टेस्ट में विफल रहे।
आरटीआई में भी हुआ अहम खुलासा
भारत में हाल ही में एक सूचना का अधिकार (आरटीआई) के जवाब में पता चला है कि यहां 40 प्रतिशत आयुर्वेद और यूनानी उत्पाद गुणवत्ताहीन हैं। इनमें पतंजलि के सामान भी शामिल हैं। पतंजलि के दिव्या अमला रस और शिवलिंगी बीज उन उत्पादों में शामिल रहे जो गुणवत्ता मानकों को पूरा करने में नाकाम रहे।
नेपाल में लोकप्रिय है पतंजलि
पतंजलि के उत्पाद नेपाल में काफी लोकप्रिय हैं। हाल ही में नेपाल के दौरे के दौरान, रामदेव ने घोषणा की थी कि वह एक दशक में अरबों रुपये का निवेश करने के लिए नई सुविधाएं स्थापित करेंगे और 20,000 नौकरियों का निर्माण करेंगे।