पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में मौत की सजा से बरी की गई ईसाई महिला आसिया बीबी के पति ने एक वीडियो जारी कर अमेरिका, यूके और कनाडा से शरण मांगी है। इससे पहले असुरक्षा के चलते आसिया के वकील ने पाकिस्तान छोड़ दिया है और उससे एक दिन पहले पाकिस्तान की सरकार ने कोर्ट के फैसले का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों से आसिया के देश न छोड़ने को लेकर समझौता किया है।
आसिया के पति इस समय जर्मनी के बर्लिन में हैं। उन्होंने वहां से एक वीडियो जारी करके कहा “मैं यूके के प्रधानमंत्री से निवेदन कर रहा हूँ कि वे हमारी मदद करें और जहां तक हो सके हमें आजादी दें।“ इसी वीडियो में मसीह ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से भी शरण मांगी है।
वहीं पाकिस्तान में सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद पूरे देश में सजा माफी के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं जिसके दबाव में सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच एक समझौता हुआ है जिसमें आसिया बीबी के देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई है। इसके बाद स्थिति सामान्य होने की खबरें आई हैं। जबकि पहले पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने प्रदर्शनकारियों को हुकूमत से न टकराने की चेतावनी दी थी।
आसिया के वकील छोड़ चुके हैं पाकिस्तान
इस बीच विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर अपनी जान के खतरे की आशंका में आसिया बीबी के वकील ने शनिवार को पाकिस्तान को छोड़ दिया है। वकील वकील सैफुल मलूक ने सरकार से अपने परिवार की सुरक्षा किए जाने का आग्रह किया है।
क्या था मामला?
आसिया नूरीन को आसिया बीबी के नाम से जाना जाता है। वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के ननकाना क्षेत्रा की रहनेवाली हैं और पांच बच्चों की मां हैं। उन्हें वर्ष 2009 में ईशनिंदा के आरोप में दोषी करार दिया गया था। उन्हें वर्ष 2010 में मौत की सजा सुनाई गई थी। आसिया बीबी पर आरोप है कि उन्होंने 14 जून 2009 को शेखूपुरा में तीन अन्य महिलाओं से चर्चा के दौरान मोहम्मद साहब को लेकर तीन व्यंग्यात्मक और अपमानजनक बयान दिए थे।