अब चीन ने अपनी कंपनियों को भारत में निवेश कम करने को भी कहा है। साथ ही चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत को चेतावनी दी है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो चीन अपने नागरिकों को भारत जाने से मना भी कर सकता है।
चीन के विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, ‘’भारत दुनिया को यह कह कर गुमराह कर रहा है कि चीन सिक्किम के पास सड़क बना रहा है। भारत अंतर्राष्ट्रीय नियमों को तोड़कर दूसरे देश की हद में अपने सैनिक भेज रहा है। भारत 1954 के पंचशील समझौते का उल्लंघन कर रहा है। अगर भारत शांति चाहता है तो वह डोंगलांग से अपनी सेना हटाए, नहीं तो हालात और खराब होंगे और हमें भारत में बसे चीनी लोगों के लिए एडवाइजरी जारी करने पड़ेगी।’’
क्यों है विवाद?
मुख्य रूप से यह विवाद सड़क को लेकर है। विवाद तब शुरू हुआ जब भूटान के पास एक पहाड़ी इलाके में चीन ने सड़क बनानी शुरू की। इस पहाड़ी क्षेत्र को चीन डोंगलांग, भूटान डोकला और भारत डोकलाम कहता है। भारत, भूटान और चीन के बीच इस इलाके में चीन सड़कें बनाना चाहता है। इस दौरान भूटान ने भारत से चीनी सड़क बनने की शिकायत की तो भारत ने कड़ी आपत्ति जताई। इसके बाद चीन ने भारत पर आरोप लगा दिया कि भारतीय सैनिकों ने सीमा में घुसैपठ की है। तब से दोनों देशों के बीच तल्खियां जारी हैं।