नेपाल में आए भूकंप ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को भी नहीं बख्शा। एवरेस्ट बेस कैंप में भूकंप के बाद भयंकर भू-स्खलन हुआ जिसमें 18 लोग मारे गए। इनमें पर्वतारोही और स्थानीय गाइड शामिल हैं। बेस कैंप में अभी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। इसलिए मरने वाले लोगों को आंकड़ा बढ़ सकता है। भारतीय सेना ने यहां से 13 शव निकाले हैं। ये सभी विदेशी पर्वतारोही हैं। पांच और शवों की तलाश की जा रही है।
नेपाल के पर्यटन मंत्रालय ने जानकारी दी है कि भूकंप के बाद आए बर्फीले तूफान व भू-स्खलन की वजह से एवरेस्ट बेस कैंप में 18 लोगों की मौत हो गई है। कुछ लोग अब भी वहां फंसे हो सकते हैं। सबसे ज्यादा तबाही बेस कैंप-2 में मचाई है। बेस कैंप-1 में रुके पर्वतारोही तो सुरक्षित हैं लेकिन वहां का रास्ता पूरी तरह बर्फ में दब चुका है। गौरतलब है कि भारतीय सेना की 30 सदस्यों का दल भी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए गया हुआ है। दल के सभी सदस्य फिलहाल सुरक्षित हैं।
माना जा रहा है कि अभी कई पर्वतारोहियों एवरेस्ट बेस कैंप के आसपास जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। बेसकैंप तबाह हो जाने की वजह से खाने-पीने यहां तक कि कई पर्वतारोहियों के दलों से संपर्क करने में भी दिक्कतें हो रही हैं।