सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन और लाहौर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की ओर साझा बयान में कहा गया है कि पनामा पेपर्स मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अब अपने पद पर बने नहीं रहना चाहिए और इस्तीफा दे देना चाहिए।
बार एसोसिएशनों के अनुसार पनामा गेट ने इस बात का स्पष्ट संकेत दिया है कि शरीफ और उनके बच्चों ने वित्तीय अनियिमताएं और भ्रष्टाचार किए और इसी वजह से जांच के लिए संयुक्त जांच दल (जेआईटी) का गठन किया गया है।
19 मई को वकीलों की एक सभा पाकिस्तान की सत्ताधारी नवाज की पार्टी पीएमएल-एन के समर्थक वकीलों और इन दोनों बार एसोसिएशनों के सदस्यों के बीच हुई झड़प के बाद बार एसोसिएशन की यह चेतावनी आई है।
गौरतलब है कि पनामा पेपर्स मामले में पाकिस्तानी पीएम और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार का आरोप है।