ममता और हसीना की मुलाकात के बाद बांग्लादेशी प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार इकबाल सुभान चौधरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने खुद ही तीस्ता का मुद्दा उठाया और हसीना को सूचित किया कि वह उम्मीद करती हैं कि भारतीय संसद अगले सत्र में भूमि सीमा समझौते (एलबीए) का अनुमोदन कर देगी। चौधरी ने कहा, ममता बनर्जी ने उन्हें तीस्ता जल बंटावरे के मुद्दे पर सकारात्मक भूमिका निभाने एवं बांग्लादेश तथा भारत के हितों की रक्षा करने का भरोसा दिया।
उन्होंने कहा कि ममता ने प्रधानमंत्री से कहा कि एलबीए के अनुमोदन की प्रक्रिया में वह अपने हिस्से का काम कर चुकी हैं। दोनों देशों के बीच 1974 में भूमि सीमा समझौता हुआ था तथा इस पर तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान ने हस्ताक्षर किए थे। चौधरी के मुताबिक ममता ने कहा, मैं उम्मीद करती हूं कि 23 फरवरी से शुरू हो रहे संसद के सत्र में इस संधि को अनुमोदित किया जाएगा। हसीना ने ममता के सम्मान में भोज का आयोजन किया।