विमान ने बुधवार को जब जब पोखरा हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी तो उस समय बहुत कम दृश्यता थी। हवाई अड्डा अधिकारी योगेंद्र कुंवर ने बताया कि उड़ान भरने के 18 मिनट बाद ही विमान का संपर्क टूट गया था।
कुंवर के मुताबिक, हेलिकॉप्टरों द्वारा दो घंटे से अधिक समय तक तलाशी अभियान चलाया गया लेकिन खराब मौसम के कारण यह एक मुश्किल काम था। विमान में सवार विदेशी यात्री चीन और कुवैत के थे जबकि बाकी सभी नेपाली नागरिक और दो बच्चे थे। विमान ने काठमांडू से 200 किलोमीटर पश्चिम पोखरा हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और यह जॉमसॉम की तरफ जा रहा था। इस रूट को दुर्घटना संभावित रास्ता माना जाता है जहां तेज हवा और पर्वतीय क्षेत्रों की बहुतायत है। रूपशे गांव के लोगों ने बताया कि उन्होंने तेज आवाज सुनी थी। जॉमसॉन विदेशी पर्यटकों का आकर्षक पर्यटन क्षेत्र है जो यहां माउंट अन्नपूर्णा और मुस्तांग क्षेत्र में ट्रेकिंग के लिए आते हैं। इसके अलावा यहां हिंदुओं का भी प्रसिद्घ मुक्तिनाथ मंदिर है।