पनामा पेपर्स में नाम आने के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नवाज शरीफ ने 28 जुलाई को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक अब उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री होंगे।
#FLASH Nawaz Sharif's younger brother Shehbaz Sharif to be next prime minister of Pakistan: Pak media pic.twitter.com/Y0lCvSu3di
— ANI (@ANI_news) July 28, 2017
कौन हैं शाहबाज शरीफ?
मोहम्मद शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के प्रसिद्ध राजनेता, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज समूह) के प्रमुख सदस्य और नवाज शरीफ के भाई हैं। 1950 में लाहौर में पैदा हुए। वह पाकिस्तान के सबसे घनी आबादी वाले प्रांत पंजाब के मुख्यमंत्री हैं। शाहबाज शरीफ 20 फरवरी 1997 से 12 अक्टूबर, 1999 तक भी पंजाब के मुख्यमंत्री रहे। 1999 में मुशर्रफ सरकार के कब्जा कर लेने के बाद वह सऊदी अरब में निर्वासित रहे। 11 मई 2004 को उन्होंने पाकिस्तान वापस आने की कोशिश की मगर लाहौर के अल्लामा इकबाल हवाई अड्डे से उन्हें वापस भेज दिया गया।
नवाज शरीफ के मामले में आज क्या हुआ?
पनामा पेपर लीक मामले में शुक्रवार को पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ दोषी करार दिए गए। जस्टिस आसिफ सईद खोसा की अगुआई वाली पांच जजों की बेंच ने फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को देखते हुए इस्लामाबाद और रावलपिंडी हाईअलर्ट पर हैं। बता दें, नवाज और उनके परिवार पर करप्शन और मनी लांड्रिंग जैसे आरोप हैं।
कोर्ट के द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। अब वे आजीवन चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। साथ ही वे किसी सार्वजनिक पद पर भी नहीं बैठ पाएंगे। उनकी बेटी मरियम शरीफ भी अब चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। इधर पाकिस्तान के गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा था कि वह पनामागेट मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे देंगे और राजनीति छोड़ देंगे। वे भी अपने पद से इस्तीफा दे दिए हैं।
इसलिए छोड़ना पड़ा पद
पाकिस्तान के संविधान के अनुसार देश के प्रधानमंत्री का सच्चा और ईमानदार होना कानूनी तौर पर अनिवार्य है लेकिन कोर्ट के इस फैसले के बाद नवाज शरीफ सच्चे और ईमानदार नहीं रहे।
क्या था मामला?
बता दें कि शरीफ के परिवार के विदेश में संपत्ति अर्जित करने के आरोपों की जांच के लिए जेआईटी का गठन किया गया था और जेआईटी ने 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट अदालत को दे दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक शरीफ और उनके बच्चों का रहन-सहन उनकी आय के स्रोत के मुताबिक नहीं है। रिपोर्ट में उनके विरूद्ध भ्रष्टाचार का नया केस दायर करने का सुझाव दिया गया था।