छह साल पहले मार गिराए गए अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन से जुड़ी 4,70,000 फाइलें अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए ने जारी की हैं। इससे पता चलता है कि कश्मीर की घटनाओं पर उसकी पैनी नजर थी। पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली की सुनवाई से जुड़ी खबरों पर भी वह करीबी नजर रखता था।
लादेन को 2011 में अमेरिकी सील कमांडो ने पाकिस्तान के एबटाबाद स्थित उसके ठिकाने पर मार गिराया था। उसके ठिकाने से हजारों फाइलें और वीडियो बरामद किए गए थे। सीआइए ने जो फाइलें सार्वजनिक की है उसमें कई भारत से जुड़ी हैं। उसने भारत से जुड़ी खबरें कंप्यूटर में सेव कर रखी थीं।
इंडियन एक्सप्रेस में 16 नवंबर 2009 को छपी इलियास कश्मीरी से जुड़ी खबर, गार्डियन में भारत में आतंकी हमले की आशंका को लेकर छपी खबर, 15 नवंबर 2009 को टाइम्स ऑफ इंडिया और 7 जनवरी 2010 को इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित खबर उसके घर से मिलीं। लादेन के कंप्यूटर में पीटीआइ के कई लेख की प्रति मिली। इनमें से 9 फरवरी 2010 की एक स्टोरी का शीर्षक ‘पाक सरकार को अस्थिर करने में ताबिलान की मदद कर रहा है अल-कायदा’ है। इसके अलावा एक और लेख लादेन के कंप्यूटर में पाया गया था जिसमे हेडली और उसके हुजी लिंक का जिक्र किया गया है। पीटीआइ की एक और खबर लादेन के कंप्यूटर में सेव थी, जिसमे कहा गया था कि भारत हेडली का बयान दर्ज करने के लिए एक मजिस्ट्रेट अमेरिका भेजेगा। लेख के कुछ हिस्सों को लादेन ने हाईलाइट भी किया था। पीटीआइ का एक और लेख जिसमे लिखा गया था कि, पाक के मेजर ने हेडली की भारत में रेकी में मदद की, भी शामिल है।
सीआइए ने जो फाइलें सार्वजनिक की हैं उनमें लादेन की निजी डायरी भी है। 18,000 से ज्यादा डॉक्यूमेंट फाइल और 79,000 ऑडियो एवं इमेज फाइलें हैं। लादेन के बेटे की शादी का वीडियो भी है। सीआइए ने करीब दो दर्जन वीडियो रिलीज नहीं किए हैं। इनमें बीबीसी की ‘द स्टोरी ऑफ इंडिया’ भी शामिल है।