अफगानिस्तान में नांगरहार प्रांत के बंदर इलाके में अमेरिकी ड्रोन हमले में उमर मंसूर उर्फ उमर नारे एक अन्य आतंकवादी नेता कारी सैफुल्ला के साथ मारा गया। पाकिस्तानी अखबार द डॉन के अनुसार एक अधिकारी ने बताया है कि उनके पास सैफुल्ला के साथ मंसूर के मारे जाने की विश्वसनीय रिपोर्ट है। सैफुल्ला तालिबान आत्मघाती हमलावरों का प्रभारी था। रिपोर्ट में अधिकारी के हवाले से कहा गया, हमारे पास जो सूचना है, वह काफी विश्वसनीय है। प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के सात बंदूकधारयों ने पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल में 16 दिसंबर, 2014 को हमला किया था जिसमें 144 छात्र एवं स्टाफ कर्मियों की मौत हो गई थी।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने 25 मई को उमर मंसूर को वैश्विक आतंकवादी करार दिया था जिसके बाद मंसूर के उसकी हिट-लिस्ट में शामिल किए जाने का रास्ता साफ हो गया था। टीटीपी या किसी अन्य स्वतंत्र स्रोत ने मंसूर की मौत की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। यदि मंसूर की मौत की खबर सच्ची है तो यह आतंकवादी संगठन के लिए एक बड़ा झटका होगी। पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियां मंसूर को उसके हिंसक एवं बड़े आतंकवादी हमलों के कारण एक बड़ा खतरा मानती थीं।