अफगानिस्तान मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, धमाकों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन तालिबान ने ली है। अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री ने घटना की पुष्टि की। पुलिस के जवान जब वाहनों में स्नातक समारोह से लौट रहे थे, तभी दो धमाके हुए। पघमन जिले के गवर्नर हाजी मोहम्मद मुसा खान ने बताया कि कई लोग घायल हुए हैं।
पुलिस और सेना के जवानों को लेकर जा रही बस को आत्मघाती हमलावरों ने निशाना बनाया। काबुल के बाहरी हिस्से में हुए उस धमाके में बड़ी संख्या में जवान घायल भी हुए हैं। अफगान सर्विस के संपादक वहीद मसूद के अनुसार, काबुल के ठीक बाहर पुलिस एकेडेमी की बसों पर हमला हुआ। तालिबान के प्रवक्ता जबिहुल्ला मुजाहिद ने दावा किया कि दो हमलावर भेजे गए थे। एक पैदल था और दूसरा बारूद लदी कार से गया। पैदल तालिबानी ने बसों को उड़ाया। कार वाले ने 20 मिनट बाद मौके पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों को मार डाला।
इससे पहले भी कई बार अफगानिस्तान की राजधानी को तालिबानी दहशतगर्दों ने अपना निशाना बनाया है। इससे पहले इसी साल अप्रैल महीने में काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास में हुए हमले में 28 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना में सौ से अधिक लोग घायल हुए थे। अफगानिस्तान के पत्रकार जुबैर बाबाखरखलील ने एक अंग्रेजी चैनल से बातचीत में कहा, 'सुरक्षा बल तालिबान के निशाने पर हमेशा से रहे हैं। इससे पहले भी कई और धमाकों में जवानों की जानें गई हैं। ऐसी घटनाएं दुखद हैं, लेकिन यह सोचने की बात है कि इन पर काबू कैसे पाया जा सकता है। काबुल ही नहीं इस वक्त पूरा अफगानिस्तान दहशतगर्दी के माहौल में जी रहा है।'