एर्दोगन के साथ संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, "भारत और तुर्की दोनों के लिए आतंकवाद चिंता की बात है। आतंकियों को पनाह देने वाले देशों के खिलाफ कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे। रोज उभरती चुनौतियां दुनिया के लिए चिंता का सबब हैं। ग्लोबल सिक्युरिटी इस वक्त सबसे बड़ा संकट है।"
मोदी ने बताया, “भारत और तुर्की दोनों के लिए आतंकवाद चिंता की बात है। मेरी इस बारे में तुर्की के प्रेसिडेंट से बात हुई। इसी बात पर सहमति बनी है कि आतंकवाद का खात्मा करने में कोई वजह आड़े नहीं आएगी।"
वहीं एर्दोगन ने भारत के साथ हर तरह से सहयोग और रिश्तों में मजबूती का भरोसा दिलाया। एक इंटरव्यू में एर्दोगन ने कहा, "कश्मीर में और लोगों की मौत नहीं होनी चाहिए। मसले के हल के लिए दोनों पक्षों को मिलकर बात करनी चाहिए। ये कोशिश होनी चाहिए कि मुद्दा हमेशा के लिए हल हो जाए। अब ये भारत और पाकिस्तान के हित में है कि वे मसले को कैसे हल करते हैं और आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ नहीं छोड़ते।"