स्थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक, बंदूकधारी चारसद्दा जिले के बाचा खान विश्वविद्यालय में घुस गए और उन्होंने कक्षाओं व हॉस्टलों में गोलियां चलानी शुरू कर दीं। यह विश्वविद्यालय पेशावर के दक्षिण पश्चिम में करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित है। विश्वविद्यालय परिसर के भीतर विस्फोटों और भारी गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं। सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ में चार हमलावरों को मार गिराया गया है और उनमें से कुछ यूनिवर्सिटी के दो ब्लॉक में छिपे थे। छत और बिल्डिंग पर सेना ने अपना कब्जा कर लिया है। अभी भी सेना का ऑपरेशन जारी है। यूनिवर्सिटी परिसर से लगातार जबर्दस्त गोलीबारी का आवाज आती रही।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेता और प्रांतीय सांसद शौकत यूसुफजई ने कहा कि विश्वविद्यालय में आज सुबह हुए आतंकवादी हमले में एक प्रोफेसर समेत 25 लोगों की मौत हो गई और 50 अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शहर के सभी अस्पतालों में आपात स्थिति की घोषणा कर दी गई है। इलाके में सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। यूसुफजई ने कहा कि इस हमले को चार से 10 हमलावरों ने अंजाम दिया। सुरक्षा बलों की एक बड़ी टुकड़ी घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और छात्रों को सुरक्षित बाहर निकालने का काम कर रही है।
जियो टीवी ने खबर दी है कि आतंकवादियों के हमले में रसायन विभाग के प्रोफेसर हामिद की मौत हो गई। आतंकी उनके कक्ष में घुसे और हामिद के सिर में गोली मारी। हमलावर घने कोहरे का फायदा उठाकर विश्वविद्यालय की दीवार फांदकर अंदर घुसे। सेना के जवान, पुलिस और एलिट फोर्स के कमांडो आतंकवादियों से लोहा ले रहे हैंं। सुरक्षा बलों के पास इस बात की पुख्ता जानकारी नहीं है कि विश्वविद्यालय के अंदर कितने आतंकवादी हैं।
गौरतलब है कि तालिबान के आतंकवादियो ने दिसंबर 2014 में पेशावर में सेना के एक स्कूल पर हमला कर दिया था। तब उन्होंने 150 से ज्यादा लोगों को मार दिया था जिनमें ज्यादातर छात्र थे।
कम से कम 3 छात्रों की मौत
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आतंकी हमले में कम से कम तीन छात्रों की मौत हो गई है। सुरक्षाबलों ने यूनिवर्सिटी के 70 फीसदी छात्रों को बचाए जाने का दावा भी किया है। लेकिन अब भी हमलावर यूनिवर्सिटी में छिपे हुए हैं और कुछ छात्रों को उन्होंने बंधक बना लिया है। टीवी रिपोर्ट्स में सुरक्षाबल विश्वविद्यालय के अंदर जाते दिखाते दे रहे हैं।
यूनिवर्सिटी में मौजूद थे 3 हजार छात्र
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डाॅ फजल रहीम ने बताया कि विश्वविद्यालय के अंदर 3,000 से ज्यादा छात्रों के साथ ही 600 अतिथि हैं जो खुदाई खिदमतगार खान अब्दुल गफ्फार खान उर्फ बाचा खान की बरसी के मौके पर काव्य गोष्ठी के लिए यहां आए हुए थे।