गत 1-2 जनवरी को पठानकोट में वायु सेना के रणनीतिक महत्व वाले ठिकाने पर हमले के तत्काल बाद जैश प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के भाई अब्दुल रउफ को वेबसाइट ‘अलकलम डॉट कॉम’ और ‘रंगूनूर डॉट कॉम’ पर वीडियो के दौरान हमले की जिम्मेदारी लेते देखा गया था। यह वेबसाइट एक अमेरिकी डोमेन सेवा प्रदाता से संचालित थी।
पाकिस्तान के संयुक्त जांच दल (जेआईटी) के पिछले सप्ताह भारत आगमन से पहले ‘अलकलम’ को बंद कर दिया गया था। वहीं दूसरी वेबसाइट चालू रही लेकिन वीडियो हटा लिया गया। सूत्रों ने कहा कि इस वेबसाइट का भुगतान एक यूरोपीय देश के रास्ते हुआ और एनआईए ने भुगतान करने वाले आदमी की विस्तान से जानकारी मांगी है। एनआईए ने पठानकोट में आतंकवादियों के साथ 80 घंटे चली मुठभेड़ के बाद जब्त किए गए हथियारों और अन्य उपकरणों के संबंध में अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से भी संपर्क साधा है।
एनआईए ने पाकिस्तानी जेआईटी को बताया कि परस्पर आदान-प्रदान के आधार पर आपस में तय हुईं शर्तों बाद सहयोग किया गया था और उसे पाकिस्तान के दौरे की अनुमति का इंतजार है। एनआईए ने भी पाकिस्तान को एक अनुरोध पत्र भेजा है जिसके लिए जवाब का अब भी इंतजार है। सूत्रों ने कहा कि एनआईए ने जेआईटी के लिखित अनुरोधों के आधार पर उसे सभी सबूत मुहैया कराए हैं।