गजनी के उप प्रांतीय गवर्नर मोहम्मद अली अहमदी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, सेना की वर्दी पहने छह तालिबान आतंकवादियों ने देर रात करीब ढाई बजे गजनी कारागार पर हमला कर दिया। वे मुख्य द्वार के सामने एक कार बम विस्फोट करने और आरपीजी दागने के बाद कारागार में जबरन घुस आए। अफगानिस्तान के गृह मंत्री ने बताया कि 400 कैदी जेल से भाग निकले। अहमदी ने कहा कि इस दौरान चार अफगान पुलिस अधिकारी मारे गए और सात अन्य लोग घायल हो गए।
गजनी शहर में असैन्य अस्पताल के प्रमुख बाज मोहम्मद हेमत ने बताया कि 14 घायलों को उपचार के लिए अस्पताल लाया गया। इन घायलों में 10 सुरक्षकर्मी और चार कैदी शामिल हैं। इस हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक बयान में कहा, यह सफल अभियान देर रात दो बजे शुरू होकर कई घंटों तक चला। जेल तालिबान के नियंत्रण में है। उन्होंने कहा, इस अभियान में हमारे 400 निर्दोष लोगों को रिहा कराकर मुजाहिदीन नियंत्रित इलाकों में ले जाया गया।
तालिबान ने गत अप्रैल को देश भर में ग्रीष्कालीन आक्रमण शुरू किया है। इससे पहले वर्ष 2011 में दक्षिणी कंधार प्रांत की एक जेल से करीब 500 तालिबानी लड़ाके और कमांडर भाग गए थे। सरकार ने इस घटना को सुरक्षा त्रासदी बताया था।