भारतीय दूतावास ने कहा है कि मानवीय अभियान चलाने के लिए रूसी संघ कुछ क्षेत्रों में संघर्ष विराम करने को तैयार हो गया है। यह अभियान 8 मार्च को सुबह 10 बजे से चलाया जाना है और इसके लिए रूस संघर्ष विराम की घोषणा कर, भारत को मानवीय गलियारा प्रदान करने को तैयार है ताकि भारत सुरक्षित तरीके से अपने नागरिकों को वहां से बाहर निकाल सके।
रूस ने कीव, सूमी, खार्किव और मारियुपोल जैसे शहरों में संघर्ष विराम की घोषणा की है। भारतीय दूतावास ने कहा है कि इस बयान को तुरंत यूक्रेनी पक्ष (यूक्रेन के उप प्रधान मंत्री इरिना वीरेशचुक) में लाया जाना चाहिए, जो निर्दिष्ट मार्गों और मानवीय गलियारों को कोऑर्डिनेट करता है। दूतावास ने बताया है कि भारत इस अभियान के तहत रेल, सड़क और हवाई मार्ग से मानवीय अभियान चलाएगा।
आपको बता दें कि रूस ने जिस क्षेत्रों में मानवीय गलियारा खोलने की बात कहा है, वो क्षेत्र यूक्रेन के अधीन हैं। इससे पहले, यूक्रेन ने पहले खार्किव, कीव, मारियुपोल और सुमी शहरों से मानवीय गलियारों के लिए एक रूसी प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेन ने प्रस्ताव इसलिए नहीं माना क्योंकि उसके कई मार्ग सीधे रूस और उसके सहयोगी बेलारूस से होकर जाते थे।
गौरतलब है कि इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी रूसी राष्ट्रपति पुतिन से 'मानवीय गलियारों' को खोलने का अनुरोध किया था। फ्रांस के अनुरोध के बाद, रूसी सेना ने कहा था कि कीव, खार्कोव, सूमी और मारियुपोल के शहरों में विनाशकारी मानवीय स्थिति को देखते हुए और फ्रांसीसी गणराज्य के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन के व्यक्तिगत अनुरोध पर, व्लादिमीर पुतिन ने युद्धविराम की घोषणा की और मानवीय गलियारों को खोल दिया।