रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है। इस बीच खबर आ रही है कि रूसी सेना शनिवार से यूक्रेन के दो क्षेत्रों में संघर्ष-विराम पर सहमत हो गई है, ताकि वहां फंसे नागरिकों को सुरक्षित निकाला जा सके। रूस की सरकारी न्यूज एजेंसियों ने यह जानकारी दी।
आरआईए नोवोत्सी और तास न्यूज एजेंसी ने रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के हवाले से बताया कि मॉस्को यूक्रेनी बलों के साथ कुछ निकासी मार्गों पर संघर्ष-विराम के लिए सहमत हो गया है।
बताया जा रहा है कि ये सहमति इसलिए हुई है ताकि नागरिकों को दक्षिण-पूर्व में रणनीतिक लिहाज से अहम बंदरगाह शहर मारियुपोल और पूर्वी शहर वोल्नोवाखा से सुरक्षित निकालने में मदद मिल सके। हालांकि, यूक्रेनी सेना की तरफ से अभी संघर्ष-विराम की कोई पुष्टि नहीं की गई है और फिलहाल यह भी स्पष्ट नहीं है कि निकासी मार्ग कब तक खुले रहेंगे।
दूसरी तरफ, यूरोप के प्रमुख शहरों में हज़ारों प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि यदि उनका देश युद्ध में रूस के हाथों 'गिर' गया, तो यूरोप का पूरा महाद्वीप गिर जाएगा। बता दें कि शुक्रवार की रात, यूक्रेन पर चल रहे रूसी सैन्य हमले के विरोध में वियना, त्बिलिसी, प्राग, फ्रैंकफर्ट, विनियस, लियोन और ब्रातिस्लावा में विरोध प्रदर्शन हुए।
वर्चुअल माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए ज़ेलेंस्की ने कहा, "चुप मत रहें। सड़कों पर बाहर आएं और यूक्रेन का समर्थन करें।" उन्होंने आगे कहा कि हमारी स्वतंत्रता का समर्थन करें। यह न केवल रूसी सैनिकों पर जीत होगी, यह अंधेरे पर प्रकाश की जीत होगी, बुराई पर अच्छाई की जीत हो।