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कला-संस्कृति

‘हुत’ में बिश्नोई का काव्यपाठ : कथ्य की हुई सराहना

‘हुत’ में बिश्नोई का काव्यपाठ : कथ्य की हुई सराहना

साहित्यिक संस्‍था ‘हुत’ की छत्तीसवें एकल काव्यपाठ में 73 वर्षीय कवि बजरंग बिश्नोई ने अपनी धर्मयुग में 1964 में प्रकाशित पहली कविता से लेकर आज तक रची/छपी कविताओं में से एक दर्जन का पाठ किया। कविताओं पर चर्चा में उनकी खामियों-खूबियों पर बहस के साथ ही कथ्य की सराहना हुई, खास कर खुदाबख्स उर्फ खुटईं , गोपी, आदतन, पत्नी के फूल चुनते हुए , अपने खिलाफ और एक विभावना है शहर शीर्षक कविताओं की।
स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर लेजन्डरी अवार्ड से सम्मानित

स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर लेजन्डरी अवार्ड से सम्मानित

स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को ब्रांड लॉरिअट की ओर से लेजेंडरी अवार्ड से सम्मानित किया गया है। ब्रांड लॉरिअट अवार्ड विश्व स्तरीय उपलब्धि हासिल करने वाले व्यक्तियों और कंपनियों को दिया जाता है।
समाज मानते नहीं पर रचते हैं ‘इश्क की दुकान बन्द है’  के लेखक

समाज मानते नहीं पर रचते हैं ‘इश्क की दुकान बन्द है’ के लेखक

युवा लेखक नरेन्द्र सैनी की पहली पुस्तक ‘इश्क की दुकान बन्द है’ के लोकार्पण के बाद कहा कि इसमें हमारे समाज के मौजूदा यथार्थ को चित्रित किया गया है। संग्रह की कहानियों में पुरुष पात्र ज्यादा भावुक हैं। एक लेखक के रूप में मेरी कोशिश रही है कि कैरक्टर मुझे साथ लेकर चले, मैं कैरक्टर को साथ लेकर नहीं चलता हूँ।
नीतीश को सात निश्चय पर आधारित कलाकृति भेंट की गयी

नीतीश को सात निश्चय पर आधारित कलाकृति भेंट की गयी

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काो लोक कलाकारों ने आज उनकी सात निश्चय योजनाओं पर आधारित एक कलाकृति भेंट की, जिसे 23वें पटना पुस्तक मेले के दौरान मेड इन इंडिया कलाग्राम में आये लोक कला के 40 पारंगत कलाकारों तथा निफ्ट पटना के 120 छात्र-छात्राओं ने मिलकर बनाई है। इस कलाकृति में 13 राज्यों से आये कलाकारों ने 19 लोक कला शैलियों का प्रदर्शन किया है।
नासिरा शर्मा समेत 24 लेखक होंगे 22 फरवरी को सम्मानित

नासिरा शर्मा समेत 24 लेखक होंगे 22 फरवरी को सम्मानित

साहित्य अकादेमी, दिल्ली आगामी 21 से 26 फरवरी के बीच भारतीय साहित्य पर आधारित साहित्योत्सव 2017 का आयोजन कर रही है। इस दौरान अन्यान्य कार्यक्रमों के साथ ही खास तौर से हिंदी में वरिष्ठ लेखिका नासिरा शर्मा समेत कुल 24 भारतीय भाषाओं के पूर्व चयनित साहित्यकारों को साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्‍मानित किया जाएगा।
भारंगमः कायम रहा ‘सूरज का सातवां घोड़ा’ जलवा

भारंगमः कायम रहा ‘सूरज का सातवां घोड़ा’ जलवा

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा आयोजित भारत रंग महोत्सव में कल एक बार फिर सूरज का सातवां घोड़ा का जलवा दिखा। मंचित पांच नाटकों में से इला गुरहैशा का लाइव वेबकास्ट किया गया, जिसका भारंगम से दूर देश-विदेश के नाट्य प्रेमियों, कलाकारों, समीक्षकों ने भी भरपूर आनंद लिया।
दृश्य माध्यम की ताकत शब्दों से अधिक है-मोहन अगाशे

दृश्य माध्यम की ताकत शब्दों से अधिक है-मोहन अगाशे

दिल्ली में चल रहे राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के अंतरराष्ट्रीय ‘भारत रंग महोत्सव-2017’ के गुरु कक्षा (मास्टर क्लास) में प्रसिद्ध रंगमंच और फिल्म अभिनेता मोहन अगाशे ने रानावि छात्रों और रंग प्रेमियों के बीच कहा, सच यह है कि प्रदर्शन या‌नी दृश्य माध्यमों की ताकत शब्दों से कहींअधिकहै।
...जब मनोज वाजपेई करने लगे थे महिलाओं की तरह व्यवहार

...जब मनोज वाजपेई करने लगे थे महिलाओं की तरह व्यवहार

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के 19वें भारत रंग महोत्सव के फेस टु फेस कार्यक्रम में अब भी नाटक को पहला प्रेम मानने वाले बालीवुड अभिनेता मनोज वाजपेई ने स्वीकार किया कि नटवा नाटक के शीर्षक किरदार को कई बार करने की वजह से मेरे निजी जीवन में भी हाव-भाव महिलाओं की तरह हो गए थे। उन्होंने कहा कि इस चरित्र से बाहर आने में उन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ी। वह इतना हाबी था कि उससे बाहर आने के लिए न केवल कसरत करना पड़ी, जैसा कि मैने कहीं पढ़ा कि कमल हासन को भी ऐसा करना पड़ा था। बातचीत में उन्होंने बताया कि शूल फिल्म ईमानदार पुलिस इंस्पेक्टर के करेक्टर से बाहर आने में तो उन्हें मनोवैज्ञानिक का सहारा लेना पड़ा था।
समाज में समन्वय के आदर्श सूत्र गढ़ते हैं तुलसीदास—शेखर सेन

समाज में समन्वय के आदर्श सूत्र गढ़ते हैं तुलसीदास—शेखर सेन

'तुलसीदास रामचरित मानस में सामाजिक संबंधों में श्रेष्ठता की परिकल्पना के साथ राज्य के रूप में रामराज्य, परिवार के लिए आदर्श पुत्र, भाई, पति आदि सभी के रूप में एक उच्चतम आदर्श की कल्पंना करते हैं।' साहित्य अकादेमी के तुलसीदास : एक पुन:पाठ राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन के अंतिम सत्र की अध्यक्षता करते हुए संगीत नाटक अकादेमी के अध्यक्ष, शेखर सेन ने तुलसीदास को संसार का सर्वश्रेष्ठ कवि बताया। कहा कि वे अपने अराजक समय में समाज के लिए समन्वय के आदर्श सूत्र गढ़ते हैं।
पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

जाने-माने विधिवेत्ता सोली सोराबजी अपनी विधिक कुशाग्रता के लिए भले ही दुनियाभर में जाने जाते हों लेकिन आप उनसे कविता के बारे में बात करें और उनकी जुबां पर शेक्सपियर का नाम आ जाता है। साहित्य अकादेमी द्वारा पीपुल एंड बुक्स शीर्षक से आयोजित सत्र में भारत के पूर्व अटार्नी जनरल ने कहा कि अंग्रेजी के नाटककार विलियम शेक्सपियर की चतुर्दश पदी (साॅनेट) उनकी पसंदीदा कविताओं में शामिल है और शेक्सपियर से बेहतर कोई नहीं है।
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