1931 में अमृता ने यह पेंटिंग हंगरी के गांव जेबेगेनी में डेन्यूब नदी के किनारे बिताई गयी गर्मी की छुट्टियों में बनाई थी। एफ. एन. सूजा की एक कृति 1.22 करोड़ रुपये में बिकी। सुबोध गुप्ता की स्टील की एक कलाकृति 1.10 करोड़ रुपये में बिकी। समकालीन भारतीय कलाकारों में सुदर्शन शेट्टी और चिंतन उपाध्याय की रचनाओं की काफी मांग रही। सैफ्रनआर्ट के सीईओ यूगो वीहे ने कहा, हम अपने मोबाइल प्लेटफॉर्म के जरिये लगाई गयी बोली समेत बहुत सक्रिय अंतरराष्ट्रीय बोलियों को देखकर खुश हैं।
कमाल की चित्रकारी, अमृता शेरगिल की पेंटिंग 4.75 करोड़ में बिकी
अमृता शेरगिल की एक बेनाम पेंटिंग सेफ्रनआर्ट ऑनलाइन नीलामी में 4.75 करोड़ रुपये (7,20,000 डॉलर) में बिकी। नीलामी में कुल 20.65 करोड़ की बिक्री हुई। बिक्री से पहले शेरगिल की इस पेंटिंग का मूल्य 3.9 करोड़ से लेकर 5.2 करोड़ रुपये तक के बीच होने का अनुमान लगाया गया था। देश की महिला कलाकारों में अग्रणी अमृता शेरगिल की केवल एक दशक के संक्षिप्त करियर में भारतीय कला जगत पर गहरी छाप रही है।
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