मोहब्बत यदि इंसानी शक्ल अख़्तियार करती तो यकीनन अमृता प्रीतम जैसी होती अमृता प्रीतम यानि रूहानी इश्क़, आज़ादी, अपनी शर्तों पर जीने वाली बेफिक्र फितरत की मिटटी से गढ़ी गयी... AUG 31 , 2021
व्यंग के भीष्म पितामह हरिशंकर परसाई: समाज के ठेकेदारों को हजम नहीं होती थीं पाखंड पर करारी चोट पद्मश्री हरिशंकर परसाई जी, हिंदी साहित्य में व्यंग्य को सर्वथा अलग विधा का दर्जा और उत्कृष्ट मुकाम... AUG 22 , 2021
इस्मत चुगताई- बिंदास, बोल्ड और नारीवादी अफसानानिगार इस्मत चुगताई, उर्दू साहित्य की ऐसी सशक्त, बेबाक, प्रबुद्ध, बिंदास, बोल्ड और नारीवादी... AUG 21 , 2021
जब नरगिस ने मीना कुमारी के लिए कहा, 'मौत तुम्हें मुबारक हो'! मीना कुमारी का एक अगस्त को जन्मदिन है। वो सिने जगत की ऐसी अभिनेत्री थीं जिन्होंने मार्मिक, जीवंत, अभिनय... AUG 01 , 2021
शहरनामा/ इलाहाबाद: कपड़ाफाड़ होली की परंपरा से लेकर ‘भौकालियों का शहर, यहां माटी और हवा का ऐसा है असर “इलाहाबाद की माटी और हवा का असर है कि यहां के बालक तक डरते नहीं, बल्कि अक्सर घुस के तमाशा देखने में... MAY 23 , 2021