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सुषमा ‘शांडिल्य’

जयंती विशेष - अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ - हिंदी साहित्य में द्विवेदी युग के प्रमुख प्रतिनिधि एवं खड़ी बोली के निर्विवाद प्रथम महाकवि

जयंती विशेष - अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ - हिंदी साहित्य में द्विवेदी युग के प्रमुख प्रतिनिधि एवं खड़ी बोली के निर्विवाद प्रथम महाकवि

  ‘अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ जी का नाम, खड़ी बोली को काव्य-भाषा के रूप में स्थापित करने वाले...
हसरत जयपुरी - हिंदी फिल्मों में बेहतरीन, अविस्मरणीय गीत लिखने वाले अलबेले, अनोखे, रूमानी गीतकार

हसरत जयपुरी - हिंदी फिल्मों में बेहतरीन, अविस्मरणीय गीत लिखने वाले अलबेले, अनोखे, रूमानी गीतकार

हसरत जयपुरी अनोखे, प्रसिद्ध शायर-कवि-गीतकार थे जिन्होंने हिंदी-उर्दू मिश्रित भाषा में हिंदी फिल्मों...
जयंती विशेष :  संन्यास से साम्यवाद तक की यात्रा वाले अद्भुत, अनोखे, निराले यायावर महापंडित राहुल सांकृत्यायन

जयंती विशेष : संन्यास से साम्यवाद तक की यात्रा वाले अद्भुत, अनोखे, निराले यायावर महापंडित राहुल सांकृत्यायन

महापंडित राहुल सांकृत्यायन हिंदी यात्रा साहित्य के जनक के पद पर प्रतिष्ठित हैं। विश्व-दर्शन के...
जन्मदिन विशेष : शचींद्रनाथ सान्याल - भारतमाता के सच्चे सपूत, सैंकड़ों नायकों में सर्वोपरि महान क्रांतिकारी

जन्मदिन विशेष : शचींद्रनाथ सान्याल - भारतमाता के सच्चे सपूत, सैंकड़ों नायकों में सर्वोपरि महान क्रांतिकारी

शचींद्रनाथ सान्याल का नाम भारत की स्वतंत्रता हेतु संघर्ष करने और राष्ट्रीय क्रांतिकारी आंदोलनों में...
जयंती विशेष: मोहम्मद रफ़ी- ‘शहंशाह-ए-तरन्नुम’, मंत्रमुग्ध करने वाली रूहानी आवाज़ वाले पार्श्वगायक

जयंती विशेष: मोहम्मद रफ़ी- ‘शहंशाह-ए-तरन्नुम’, मंत्रमुग्ध करने वाली रूहानी आवाज़ वाले पार्श्वगायक

‘किसी को भी उसके कद का गुमां ना था, वो आसमाँ था, मगर सर झुकाए खड़ा रहा’...  ‘सौ बार जनम लेने’ की बजाए...
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