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विपक्ष की नजर में बजट दिशाहीन, भाजपा ने सराहा

विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार की ओर से पेश किए गए बजट की तीखी आलोचना की जबकि भाजपा ने इसे जमकर सराहा। विपक्ष ने बजट को निराश करने वाला और दिशाहीन करार दिया, वहीं भाजपा ने इसका बचाव करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काले धन पर लगाम लगाने और राजनीतिक फंडिंग में पारदर्शिता के अपने वादे पूरे किए हैं।
विपक्ष की नजर में बजट दिशाहीन, भाजपा ने सराहा

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बजट में स्पष्ट दृष्टि की कमी रही और इसमें किसानों, युवाओं एवं नौकरियां पैदा करने के बारे में कुछ नहीं कहा गया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बजट को अनुपयोगी, आधारहीन, मिशनविहीन और क्रियाहीन करार दिया। उन्होंने यह सवाल भी किया कि नोटबंदी पर कोई आंकड़ा क्यों नहीं दिया गया।

वामपंथी पार्टियों ने बजट को संकुचित करने वाला और पूरी चालबाजी करार दिया और आरोप लगाया कि वित्त मंत्री की ओर से दिए गए आंकड़े वास्तविकता से मेल नहीं खाते।विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार पर यह आरोप भी लगाया कि उसने पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर बजट प्रस्ताव तैयार किए।

 आतिशबाजी नहीं, ये तो फुस्स हो गयाः राहुल

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से लोकसभा में वर्ष 2017-18 का बजट पेश करने के कुछ ही देर बाद राहुल ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे थे कि कुछ आतिशबाजी होगी, लेकिन ये तो फुस्स हो गया। यह शेर-ओ-शायरी का बजट था। किसानों और युवाओं के लिए कुछ नहीं है, नौकरियां पैदा करने के बारे में कुछ नहीं है। कोई स्पष्ट दृष्टि नहीं है।

 

काले धन पर लगाम का वादा पूरा कियाः शाह

बहरहाल, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि मोदी ने 2014 में काले धन पर लगाम लगाने और राजनीतिक फंडिंग में पारदर्शिता लाने का जो वादा किया था, उसे पूरा किया है। बजट में प्रस्ताव किया गया है कि राजनीतिक पार्टियां किसी एक स्रोत से 2,000 रुपये से अधिक का चंदा नगद में नहीं ले सकती हैं। शाह ने कहा कि  हमने 2014 में वादा किया था कि राजनीतिक फंडिंग में काले धन के प्रभाव को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे और पारदर्शिता लाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस वादे को पूरा किया है।

 

आंकड़े संदेहास्पदः आनंद शर्मा

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि बजट में सरकार की ओर से दिए गए आंकड़े संदेहास्पद हैं, क्योंकि महज छह-सात महीने के आधार पर अनुमान व्यक्त किए गए हैं और नोटबंदी के असर को इसमें शामिल नहीं किया गया है। शर्मा ने बताया कि  बजट में कोई दिशा नहीं है और न ही विनिर्माण या नौकरियां पैदा करने में तेजी लाने का कोई प्रस्ताव है। संकीर्ण चुनावी फायदे और वोटरों को प्रभावित करने के लिए समय से पहले लाए गए इस बजट ने हर किसी को निराश किया है, चाहे वह निवेशक हों, किसान हों या युवा हों।

साहसिक कदम की घोषणाः वेंकैया

केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि  वित्त मंत्री ने अच्छे कदम उठाए हैं। बहुत प्रेरणादायक और साहसिक कदमों की घोषणा की गई है। राजनीतिक फंडिंग को पारदर्शी बनाया गया है। लोग खुश होंगे। कुछ राजनीतिक पार्टियां गरीब हो जाएंगी। इसलिए हमारे विरोधी कह रहे हैं कि बजट गरीब विरोधी है।

 

भाजपा नहीं ला सकी अच्छे दिनः अखिलेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का चौथा बजट आ चुका है, लेकिन भाजपा अब भी अच्छे दिन नहीं ला सकी। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि जुमलेबाजी करने में वित्त मंत्री प्रधानमंत्री और भाजपा अध्यक्ष की श्रेणी में पहुंच गए हैं। और यह बजट इसका शानदार उदाहरण है।

 

बजट में कोई दम नहीः लालू

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि इस बजट में कोई दम नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जब रेल बजट पेश ही नहीं करना है तो रेल मंत्री का पद क्यों बनाए रखा गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को नए अमेरिकी राष्टपति डोनाल्ड ट्रंप का जुड़वा भाई करार दिया, जो अमेरिका के शीर्ष पद पर विराजमान होने के बाद से अजीबोगरीब फैसले ले रहे हैं।

 

बजट घोर निराशाजनकः नीतीश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बजट को घोर निराशाजनक करार दिया और कहा कि इस बाबत कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया कि नोटबंदी के बाद के 50 दिनों के दौरान कितने काले धन या जाली नोटों का पता चला। रेल मंत्री रह चुके नीतीश ने रेल बजट को आम बजट के साथ मिलाने को लेकर भी कोसा और कहा कि इससे रेलवे बर्बाद हो जाएगा।

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