सूची में जर्मनी की चांसलर एंजला मर्केल शीर्ष पर हैं और इसमें पेप्सीको प्रमुख इंदिरा नूयी, बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार शॉ और एचटी मीडिया की प्रमुख शोभना भरतिया शामिल हैं। फोर्ब्स ने कहा कि इस साल की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में विश्व की सबसे तेज-तर्रार, सख्त महिला कारोबारी नेतृत्व, उद्यमी, निवेशक, वैज्ञानिक, परोपकारी महिलाएं और मुख्य कार्यकारी शामिल हैं। पत्रिका ने कहा, ये ऐसी महिलाएं हैं जो अरबों डालर के ब्रांड बना रही हैं, वित्तीय बाजार में अपना दबदबा बना रही हैं और अंतरराष्ट्रीय समझौते कराने और सहायता प्रदान करने के लिए दुनिया भर की सैर कर रही हैं।
फोर्ब्स ने कहा कि साठ वर्षीय भट्टाचार्य इस सूची में 25वें स्थान पर हैं और वह सबसे चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रही हैं क्योंकि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को वसूली में अटके 11 अरब डालर के भारी-भरकम रिण का सामना करना पड़ रहा है। कोचर 40वें स्थान पर हैं और फोर्ब्स ने कहा कि देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक की प्रमुख को भारत की बैंकिंग प्रणाली की सबसे बड़ी मुश्किल एनपीए से मुकाबला करना है। महिला कर्मचारियों को आकर्षित करने के लिए कोचर ने आईवर्कऐटहाम पेश किया जिसके तहत महिला कर्मचारियों को साल भर के लिए घर से काम करने की सुविधा है।
मजूमदार शॉ इस सूची में 77वें स्थान पर हैं। अपने दम पर सफल उद्यमी बनीं 63 वर्षीय मजूमदार-शॉ ने बायोकॉन को इन्स्यूलिन क्षेत्र की बड़ी कंपनी के तौर पर स्थापित किया। इधर भरतिया 93वें स्थान पर हैं। नूयी इस सूची में 14वें स्थान पर हैं। इनके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन दूसरे स्थान पर हैं। इस सूची में फेडरल रिजर्व प्रमुख जेनेट येलेन तीसरे, फेसबुक की मुख्य परिचालन अधिकारी शेरिल सैंडबर्ग सातवें, अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा 13वें, म्यांमा की आंन सान सू की 26वें, महारानी एलिजाबेथ 29वें, बांग्लोदश की प्रधान मंत्री शेख हसीना 36वें, नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी 52वें और यूनेस्को की महानिदेशक आईरीना बाकोवा 89वें स्थान पर है।