परिवहन ईंधन और फैक्ट्री निर्मित वस्तुएं सस्ती होने के कारण जून के दौरान थोक महंगाई दर घटकर 2.02 फीसदी रह गई है जबकि मई में थोक महंगाई 2.45 फीसदी थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों से महंगाई के मौजूदा रुख का पता चला है।
थोक महंगाई सूचकांक 121.5 पर पहुंचा
थोक महंगाई सूचकांक (आधार वर्ष 2011-12 में 100) जून में 0.2 फीसदी बढ़कर 121.5 पर पहुंच गया, जबकि इस साल मई में सूचकांक 121.2 के स्तर पर था। मंत्रालय के अनुसार, वार्षिक आधार पर थोक महंगाई सूचकांक तेजी से घटा है। पिछले साल जून में थोक महंगाई 5.68 फीसदी थी। चालू वित्त वर्ष के दौरान अब तक बिल्ट इन इन्फ्लेशन रेट 1.33 फीसदी रही जबकि पिछले साल समान अवधि में यह आंकड़ा 2.41 फीसदी पर था।
प्राथमिक वस्तुओं की मंहगाई दर तेज रही
सालाना आधार पर प्राथमिक वस्तुओं की महंगाई दर इस दौरान बढ़कर 6.72 फीसदी हो गई। जबकि पिछले साल इन वस्तुओं की महंगाई 4.74 फीसदी थी। थोक महंगाई सूचकांक में प्राथमिक वस्तुओं का वेटेज 22.62 फीसदी है।
खाद्य वस्तुओं की तेजी से बढ़ी मुश्किल
खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर और ज्यादा रही। इस वर्ग की वस्तुओं का वेटेज 15.26 फीसदी है। इनकी थोक महंगाई इस साल जून में 6.98 फीसदी हो गई जबकि पिछले साल जून में 1.87 फीसदी थी। हालांकि थोक वस्तुओं में आलू 24.27 फीसदी सस्ता हुआ। इसके विपरीत प्याज 16.63 फीसदी महंगी हुई। सब्जियों की महंगाई दर सालाना आधार पर 8.49 फीसदी से बढ़कर 24.76 फीसदी हो गई।
ईंधन और फैक्ट्री निर्मित वस्तुओं में राहत
खाद्य वस्तुओं के विपरीत ईंधन और ऊर्जा की महंगाई दर नकारात्मक रही। 13.15 फीसदी वेटेज वाले इस वर्ग की वस्तुओं की महंगाई दर शून्य से 2.2 फीसदी नीचे रही जबकि पिछले साल इनकी महंगाई 16.52 फीसदी रही थी। इस वर्ग में परिवहन ईंधन यानी हाई स्पीड डीजल की कीमत 2.36 फीसदी घट गई जबकि पिछले साल इसमें 21.88 फीसदी की तेजी रही थी। इसी तरह पेट्रोल भी 5.73 फीसदी सस्ता हो गया जबकि पिछले साल इसमें 18.23 फीसदी की तेजी रही थी। फैक्ट्री निर्मित वस्तुओं में मंहगाई दर 0.94 फीसदी रही जबकि पिछले साल इनकी महंगाई 4.17 फीसदी रही थी।