ऑनलाइन रिटेलर फ्लिपकार्ट के ग्रुप सीईओ बिन्नी बंसल ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। कंपनी ने कहा कि मंगलवार को बिन्नी बंसल ने अपने इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने यह इस्तीफा तत्काल प्रभाव से दिया है। बता दें कि बिन्नी बंसल का यह इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब उनके खिलाफ पर्सनल मिसकंडक्ट करने के आरोप में जांच चल रही थी।
वॉलमार्ट ने दी जानकारी
वॉलमार्ट ने न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में कहा है कि बिन्नी बंसल कंपनी के कोफाउंडर हैं और कंपनी का अहम हिस्सा भी रहे हैं। उन पर सीरियस पर्सनल मिसकंडक्ट के आरोप लगे हैं। हालांकि बिन्नी बंसल की ओर से इन आरोपों से साफ इंकार किया गया है।
जांच में बिन्नी के खिलाफ सबूत नहीं मिले, हालांकि इस दौरान बिन्नी ने जिस तरह से व्यवहार किया, इससे लगता है कि खामियां हैं। इसमें पारदर्शिता की कमी थी। इसी कारण उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। कंपनी की जिम्मेदारी है जांच सही दिशा में हो।
सीरियस पर्सनल मिसकंडक्ट का अर्थ निजी स्तर पर दुर्व्यवहार का मामला हो सकता है, जिसमें कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार जैसी घटनाएं शामिल हो सकती हैं।
उत्तराधिकारी की योजना पर काम कर रही है कंपनी
वॉलमार्ट ने कहा है कि कंपनी फ्लिपकार्ट में उत्तराधिकारी की योजना पर काम कर रही है। फिलहाल कल्याण कृष्णमूर्ति फ्लिपकार्ट के सीईओ के तौर पर बने रहेंगे। अब इसमें मिंत्रा और जबॉन्ग को भी शामिल कर दिया गया है। अनंत नारायण मिंत्रा और जबॉन्ग के सीईओ बने रहेंगे पर वह कृष्णमूर्ति को रिपोर्ट करेंगे। वहीं, समीर निगम फोन पे के सीईओ बने रहेंगे। कल्याण और समीर दोनों बोर्ड को रिपोर्ट करेंगे।
वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट को 1.05 लाख करोड़ रुपये में खरीदा था
इससे पहले मई में वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट को 1.05 लाख करोड़ रुपये (16 अरब डॉलर) में खरीदा था। वॉलमार्ट का फ्लिपकार्ट में 77 फीसदी हिस्सा है। इस डील में दूसरे को-फाउंडर सचिन बंसल को अपना 5.5 फीसदी हिस्सा बेचना पड़ा था। इसके बाद वो कंपनी से बाहर हो गए थे। अब दोनों की को-फाउंडर की फ्लिपकार्ट से विदाई हो चुकी है।
सचिन और बिन्नी बंसल ने 2007 में की थी फ्लिपकार्ट की स्थापना
सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने 2007 में बेंगलुरू में फ्लिपकार्ट की स्थापना की। दोनों 2005 में आईआईटी दिल्ली में मिले थे और अमेजन में साथ काम किया था। उन्होंने ऑनलाइन किताबें बेचने से कारोबार शुरू किया था। इनकी कंपनी ने जॉन वुड्स की 'लीविंग माइक्रोसॉफ्ट टू चेंज दी वर्ल्ड' पहली किताब के तौर पर बेची थी।
फ्लिपकार्ट 2011 में सिंगापुर में पंजीकृत हुई थी। दूसरी तरफ वॉलमार्ट ने भारत में 2007 में कारोबरा शुरू किया था। उसने मई 2009 में अमृतसर में पहला स्टोर खोला था। अब वॉलमार्ट के पास भारत में फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी कंपनी है।