सिगरेट से लेकर एफएमसीजी क्षेत्र की बड़ी कंपनी आईटीसी लिमिटेड देश में किसानों को साल भर नियमित आय सुनिश्चित करने के लिए 10 लाख से अधिक किसानों के साथ मिलकर काम कर रही है। कंपनी ने चुनिंदा क्षेत्रों में बारह महीने हरियाली नामक एक प्रोग्राम भी शुरू किया है।
आईटीसी लिमिटेड के चेयरमैन वाई सी देवेश्वर का कहना है कि पिछले दो दशकों में, आईटीसी ने उल्लेखनीय यात्रा की है। आज आईटीसी एक वास्तविक जीवंत संगठन है जो लाखों किसानों को शक्ति प्रदान करता है, उपभोक्ताओं को ग्रामीण और शहरी दोनों बाजारों में प्रसन्न रखता है और देश को समृद्ध करता है।
आईटीसी लिमिटेड के चेयरमैन वाई सी देवेश्वर के मुताबिक बारह महीने हरियाली प्रोग्राम ने उत्साहजनक परिणाम दिए हैं। बारह महीने हरियाली प्रोग्राम में गेहूं और कम अवधि वाले धान की उच्च-उत्पादकता वाली वैरायटी, जलवायु अनुसार कृषि प्रथाएं, शून्य जुताई जो समय पर बुवाई करे, और फसल अवशेष को जलाने में कमी लाने के साथ अन्य प्रयासों को शामिल किया गया है।
वैल्यू-एडेड फसलों, जिसमें अमरूद और जामुन शामिल हैं, को इस प्रोग्राम के तहत उगाया जाता है। नए उत्पाद जैसे समर मूंग को भी इस प्रोग्राम में शामिल किया गया है।
कंपनी की 107वीं वार्षिक आम सभा में बोलते हुए देवेश्वर ने कहा कि यह जानकार खुशी होगी कि लगभग 30,000 किसान, जिन्होंने इंटीग्रेटेड प्रोग्राम के सभी तत्वों को अपनाया है, उनकी आय दोगुनी हो गई है। इसके अलावा जिन्होंने आंशिक रूप से प्रोग्राम को लागू किया, उनकी आय 30 से 75 प्रतिशत के बीच बढ़ी है।
कृषि अपशिष्ट को कम करने के लिए "कोल्ड-चेन इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास"
देवेश्वर ने कहा कि लगभग 9 2,000 करोड़ रुपये के कृषि अपशिष्ट, किसानों को लाभ से वंचित कर देते हैं। इस समस्या को हल करने के लिए आईटीसी सक्रिय रूप से पीछा कर रहा है। कॉस्ट इफेक्टिव कोल्ड चेन बनाने की रणनीति जो ग्रामीणों को बढ़ाने में योगदान देगी।
इसके अलावा आईटीसी ने किसानों के साथ 'एकीकृत फसल' के साथ सुरक्षित मसालों को विकसित करने के लिए भागीदारी की है।
कम शुगर और ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट वाला आलू लॉन्च
आईटीसी ने आलू की दो किस्मों को लॉन्च किया है। इसमें शर्करा की मात्रा कम और एंटीऑक्सीडेंट ज्यादा है।