यात्री वाहनों की बिक्री रिकॉर्ड गिरावट के साथ 18 साल की सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। कार, दोपहिया समेत यात्री वाहनों की बिक्री मई में 20.55 प्रतिशत घटकर 2,39,347 वाहन रह गई। मई 2018 में यह आंकड़ा 3,01,238 वाहन था।
इंडस्ट्री बॉडी सियाम की तरफ से जारी डेटा के मुताबिक, पैसेंजर वीइकल सेल्स पिछले महीने 20.55% घटकर 2,39,347 यूनिट पर आ गई थी। यह गाड़ियों की सेल्स में पिछले 18 वर्षों की सबसे तेज गिरावट थी। सितंबर 2001 में पैसेंजर गाड़ियों की सेल्स में 21.91% की भारी कमी आई थी।
पिछले 11 में से 10 महीनों में यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट आई है। सिर्फ अक्तूबर 2018 ही ऐसा रहा जब यात्री वाहनों की बिक्री में 1.55 प्रतिशत बढ़ी थी। मई में यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट सितंबर 2001 के बाद सबसे बड़ी रही। उस समय यात्री वाहनों की बिक्री 21.91 प्रतिशत घटी थी। वाहन विनिर्माता संगठन सियाम के अनुसार, मई में दोपहिया और वाणिज्यिक वाहन में वाहनों की बिक्री भी औंधे मुंह गिरी।
मई में विभिन्न श्रेणियों में सभी वाहनों की बिक्री 8.62 प्रतिशत घटकर 20,86,358 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान महीने में 22,83,262 इकाई थी। सरकार ने इससे पहले 2011-12 और 2008-09 में सुधार के उपाय किए थे। इन नीतिगत उपायों में उत्पाद शुल्क कटौती शामिल है। सियाम के उप महानिदेशक सुगातो सेन ने स्थिति को अभूतपूर्व बताते हुए सभी श्रेणियों के वाहनों पर जीएसटी को 28 से 18 प्रतिशत करने की मांग की है।
कुल वाहनों की बिक्री में 8.62% गिरावट
मई में कमर्शियल व्हीकल्स की सेल्स भी 10.02% गिरकर 68,847 यूनिट रह गई। टू वीलर्स का होलसेल वॉल्यूम 6.73% घटकर 17,26,206 यूनिट रह गया। जहां तक टोटल व्हीकल्स सेल्स की बात है तो यह मई में 8.62% घटकर 20,86,358 यूनिट्स रह गई। सियाम के डायरेक्टर जनरल विष्णु माथुर ने कहा, 'सेल्स में गिरावट का रुझान मई में भी बना रहा। रिटेल सेल्स के आंकड़े होलसेल डेटा से बेहतर रहे हैं जिससे इंडस्ट्री की तरफ से प्रॉडक्शन घटाने के कदम उठाए जाने के संकेत मिलते हैं। इन्वेंटरी लेवल में लगातार सुधार हो रहा है।'
सरकार से उम्मीद
यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री पिछले महीने 1.46% की गिरावट के साथ 270,048 यूनिट रह गई, जबकि वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 8.17% की गिरावट के साथ 75,383 यूनिट पर आ गई। माथुर की राय में बाजार की मौजूदा हालत को देखते हुए सरकार को ग्रोथ को बढ़ावा देने का उपाय करना चाहिए। माथुर ने कहा कि सरकार ने 2011-12 और 2008-09 में एक्साइज ड्यूटी में कटौती सहित कई नीतिगत उपायों के जरिए इंडस्ट्री को रिकवर होने में सहायता की थी।
सियाम की मांग
सियाम ने अपनी ओर से कदम उठाते हुए सरकार से संपर्क किया है और उससे सभी कैटिगरी वाली गाड़ियों पर लगनेवाले गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को मौजूदा 28% से घटाकर 18% करने का अनुरोध किया है। सियाम के डेप्युटी डायरेक्टर जनरल सुगतो सेन ने कहा, 'सरकार को व्हीकल्स स्क्रैपेज पॉलिसी बनानी चाहिए। इससे नई गाड़ियों के लिए बाजार बनाने में मदद मिलेगी। हम सरकार से रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट पर वेटेड टैक्स डिडक्शन के तौर पर मिलनेवाले इंसेंटिव का 200% का पुराना स्तर बहाल किए जाने की भी मांग कर रहे हैं।'