भारत की सबसे ज्यादा मुनाफे वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कोविड-19 संकट के कारण ज्यादातर कर्मचारियों के वेतन में कटौती का फैसला किया है। यह कटौती 10 से 50 फ़ीसदी तक होगी। आमतौर पर वित्त वर्ष की पहली तिमाही में दिया जाने वाला सालाना कैश बोनस और परफॉर्मेंस से जुड़ा इंसेंटिव भी फिलहाल टाल दिया गया है। कंपनी के अलग-अलग वर्टिकल के प्रमुखों ने अपने-अपने कर्मचारियों को वेतन कटौती से संबंधित सूचनाएं भेजी हैं। गौरतलब है कि गुरुवार को ही कंपनी ने नतीजे जारी किए जिसके मुताबिक पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में उसे 39,880 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। 2018-19 में भी कंपनी को 39,837 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
कोरोना वायरस से हाइड्रोकार्बन बिजनेस प्रभावित
प्रबंधन ने कहा है कि कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन से कंपनी का हाइड्रोकार्बन बिजनेस बुरी तरह प्रभावित हुआ है, रिफाइंड प्रोडक्ट और पेट्रोकेमिकल की मांग बहुत कम रह गई है। बिजनेस कम होने के चलते हर मोर्चे पर खर्च हटाना जरूरी हो गया है। स्थिति ऐसी है कि हमें ऑपरेटिंग खर्च और फिक्स्ड खर्चों पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है और हम सबको इसमें सहयोग करना जरूरी है।
मुकेश अंबानी इस साल नहीं लेंगे वेतन
जिन कर्मचारियों का सालाना वेतन 15 लाख रुपये से कम है, उनके वेतन में कटौती नहीं होगी। इससे अधिक वेतन वालों के वेतन में 10 फ़ीसदी की कटौती की जाएगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी हर साल 15 करोड़ रुपए लेते हैं, इस साल वह कोई रकम नहीं लेंगे। रिलायंस के निदेशक मंडल. एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, एग्जीक्यूटिव कमेटी के सदस्य और दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों के पैकेज में 30 से 50 फीसदी तक की कटौती होगी।
तिमाही मुनाफे में 37 फीसदी गिरावट
कंपनी की तरफ से जारी नतीजों के अनुसार जनवरी-मार्च 2020 तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 1,51,202 करोड़ रुपए और मुनाफा 6,546 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले समान तिमाही में रेवेन्यू 1,55,151 करोड़ और मुनाफा 10,427 करोड़ रुपए रहा था। रेवेन्यू में 2.5 फ़ीसदी और मुनाफे में 37.2 फीसदी गिरावट आई है। पूरे 2019-20 में रेवेन्यू 6,59,205 करोड़ और मुनाफा 39,880 करोड़ रुपए रहा है। रेवेन्यू पिछले साल की तुलना में 5.4 फ़ीसदी और मुनाफा 0.1 फ़ीसदी ज्यादा है। जनवरी-मार्च तिमाही में रिलायंस जियो का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 14,837 करोड़ और मुनाफा 2,331 करोड़ रुपए रहा है। सालाना आधार पर देखें तो रेवेन्यू में 26.6 फ़ीसदी और मुनाफे में 177.5 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी ने प्रति शेयर 6.50 रुपए लाभांश देने की घोषणा की है। इसने 53,125 करोड़ रुपए के राइट्स इश्यू का भी ऐलान किया है। यह भारत का सबसे बड़ा राइट्स इश्यू होगा। इसमें एक शेयर 1,257 रुपए में दिया जाएगा। प्रमोटर राइट्स इश्यू में अपने हिस्से के शेयर तो खरीदेंगे ही, जो शेयर नहीं बिकेंगे उन्हें भी वे खरीदेंगे।