संप्रग सरकार ने नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) की जगह नागर विमानन प्राधिकार (सीसीए) बनाने का प्रस्ताव किया था जिसे पूरी परिचालनात्मक और वित्तीय स्वायत्तता देने का प्रावधान था ताकि नियामक को अधिकार हों। नागर विमानन मंत्री ने कहा, सीएए की जरूरत क्या है? सिर्फ नाम बदलने से कौन सा उद्देश्य पूरा होगा? मुझे डीजीसीए की जगह नयी संस्था की जरूरत नहीं दिखती। राजू ने हालांकि स्वीकार किया कि डीजीसीए के कामकाज में अपारदर्शिता है। उन्होंने कहा कि यात्रिायों की सुरक्षा के हित में संस्था में और पारदर्शिता लाई जाएगी।
सरकार ने नागर विमानन प्राधिकार का प्रस्ताव खारिज किया
नागर विमानन प्राधिकार की स्थापना को लगभग खारिज करते हुए केंद्रीय मंत्री अशोक गजपति राजू ने आज कहा कि उन्हें नियामक का सिर्फ नाम बदलने की कोई जरूरत नहीं दिखती।
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