बिजनेस अखबार मिंट की खबर के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक ने करीब पांच महीने पहले 2000 रुपये के नोट की छपाई रोक दी थी और मौजूदा वित्त वर्ष में 2000 रुपये के नए नोट छपने की संभावना कम ही है। इस मामले से जुड़े लोगों के हवाले से प्रकाशित इस खबर के मुताबिक, रिजर्व बैंक नए नोट छापने की तैयारी कर रहा है जिसके 200 रुपये का नोट छापा जा सकता है। मिली जानकारी के अनुसार, मैसूर में आरबीआई की करंसी प्रिंटिंग प्रेस ने 200 रुपये का नोट छापने की तैयारी शुरू कर दी है। इस नोट के अगले महीने जारी किए जाने की संभावना है।
आरबीआई से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अभी तक 2000 रुपये के कुल 370 करोड़ नोट छापे जा चुके हैं जो नोटबंदी के तहत वापस लिए गए 1000 रुपये के 630 करोड़ नोटों की भरपाई के लिए पर्याप्त हैं। फिलहाल 90 फीसदी छपाई 500 रुपये के नोटों की हो रही है और अब तक 500 रुपये के 1400 करोड़ नोट छापे जा चुके हैं जबकि नोटबंदी में 500 रुपये के 1570 करोड़ नोट चलन से बाहर किए गए थे। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, नोटबंदी से पहले 4 नवंबर को जितने मूल्य के नोट प्रचलन में थे, उनके 86 फीसदी मूल्य के नोट गत 14 जुलाई तक प्रचलन में आ चुके हैं।
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के उप प्रबंधन निदेशक नीरज व्यास का कहना है कि दो महीने पहले तक बाजार में जो नकली की किल्लत दिखाई दे रही थी, पिछले 40 दिनों में 500 रुपये के नोट की सप्लाई बढ़ने से दूर हो चुकी है। लेकिन इस दौरान 2000 रुपये के नोट की आपूर्ति में अचानक गिरावट आई है।