कई बैंकों से बुजुर्गों को खाली हाथ वापिस आना पड़ा, वजह उनका संबंधित बैंक में अकाउंट नहीं होना रहा। होम अकाउंट ब्रांच नहीं होने पर लोगों को बैंक कर्मचारियों ने वापस भेज दिया। शनिवार का दिन सीनियर सिटीजन के लिए रिजर्व रखा गया था। इसके बाद भी उन्हें नगदी नहीं मिली।
शादी के लिए लोगों को ढाई लाख के लिए काफी परेशानी हुई। अधिकांश बैंकों ने कहा कि इस संबंध मे उन्हें कोई अधिसूचना नहीं मिली। नतीजन लोगों को निराशा मिली।
नोटबंदी के बाद कारोबार पर भी असर पड़ रहा है। दिवाली पर लगभग हर कंपनी ने मार्केट में मोबाइल के नए मॉडल उतारे हैं। मोबाइल की बिक्री में 90 परसेंट की गिरावट आई है। केवल कुछ लोग फाइनेंस पर ही मोबाइल फोन खरीद रहे हैं। मैरिज सीजन में सबसे ज्यादा कपड़ा बिकता है लेकिन इस बार काम बंद है। कैश पर सूट-साड़ी खरीदने वालों की 70 परसेंट गिरावट आई है। इससे सेल पर काफी असर पड़ा है। अब केवल कार्ड से पेमेंट करने वाली ही शॉपिंग करने पहुंच रहे हैं।
प्रॉपर्टी मार्केट में परचेजर वेट एंड वॉच की पॉलिसी अपनाए हुए हैं। प्रॉपर्टी मार्केट में जायज कस्टमर कल भी थे, आज भी हैं और भविष्य में भी रहेंगे। नोटबंदी के बाद प्रॉपर्टी मार्केट काफी स्लो हो गई है। हर तरह के ट्रेड में अभी टेम्परेरी तौर पर कस्टमर रूका हुआ है। प्रॉपर्टी मार्केट ठप हो गया है। कोई बिक्री नहीं हो रही है। पहले ही प्रॉपर्टी मार्केट मंदी से जूझ रही थी। अब पुराने बड़े नोट बंद होने से पूरी तरह काम बंद हो गया है।