बताया जाता है कि सहारा प्रमुख सुब्रत राय ने अपनी लग्जरी टाउनशिप एम्बी वैली और अन्य संपत्तियां बेचकर 10,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए कुछ और मोहलत मांगी थी। गौरतलब है कि निवेशकों का पैसा नहीं लौटाने के आरोप में सहाराश्री पिछले एक साल से तिहाड़ जेल में बंद हैं।
हालांकि रियल्टी क्षेत्र में छाई आर्थिक मंदी के इस दौर में मुंबई के उपनगरीय इलाके के एम्बी वैली टाउनशिप जैसी बड़े तामझाम वाली संपत्ति बेचना मुश्किल सौदा होगा। इस टाउनशिप में लग्जरी कोठियां और एक गोल्फ कोर्स भी है। सहारा प्रमुख को इन संपत्तियों को या तो घाटे में बेचना पड़ेगा या फिर जल्दी कोई खरीदार ढूंढ़ना होगा और दोनों ही स्थितियां उनके लिए मुश्किल होंगी। लिहाजा सुप्रीम कोर्ट ने हालात को भांपते हुए उन्हें अपनी संपत्तियों का सौदा करने के लिए तीन महीने की मोहलत दी है।
अपने पिछले प्रयास के तहत सहारा ने शीर्ष अदालत को बताया था कि वह अमेरिकी निवेशक कंपनी मिराच कैपिटल के साथ सौदा करने के अंतिम चरण में पहुंच चुका है। इस सौदे के तहत विदेशों में सहारा के प्लाजा और अन्य होटलों के बदले मिराच उन्हें कर्ज देने पर राजी हो गया था लेकिन बाद में यह सौदा भी विफल हो गया। सहारा ने अपने प्रमुख की जमानत पर रिहाई और 1.6 अरब डॉलर जुटाने के कई प्रयास पहले भी किए हैं लेकिन सब विफल रहे।