हिन्दी सिनेमा के प्रयोगवादी फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप की नई फिल्म " दो बारा" रिलीज हो चुकी है। फिल्म में मुख्य भूमिका तापसी पन्नू ने निभाई है। फिल्म रिलीज के बाद से ही बॉक्स ऑफिस पर सुस्त नजर आ रही है। फिल्म ने रिलीज के पहले दिन केवल 20 से 30 लाख का कारोबार किया। यह अनुराग की फिल्म के लिए एक झटके की तरह देखा जा रहा है। अनुराग जो कि अलग और असली सब्जेक्ट पर फिल्म बनाने के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने स्पैनिश फिल्म "मिराज" से प्रेरणा लेकर यह फ़िल्म बनाई है।
अभी कुछ दिन पहले एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू ने कहा था कि बॉलीवुड में मौजूदा बॉयकॉट ट्रेंड को देखकर उन्हें ईर्ष्या होती है। उनका ही दिल करता है कि कहीं कोई उन्हें और उनकी फिल्म को लेकर बॉयकॉट ट्रेंड चलाए। लेकिन अफसोस कि बॉयकॉट का सारा स्टारडम आमिर खान और उनकी फिल्म "लाल सिंह चड्डा" के हिस्से आ रहा है।
अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू ने यह बात मस्ती मजाक के मूड में कही थी लेकिन ऐसा लगता है कि दर्शकों ने उनकी बातें गंभीरता से ले ली हैं। अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू की फिल्म "दो बारा" जिन जगहों पर रिलीज हुईं है, उनमें से केवल 2% ऑडियंस की मौजूदगी मिल रही है। अधिकतर शो दर्शक न होने के कारण कैंसल हो रहे हैं। बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की शुरुआत बहुत खराब हुई है। पहले दिन फिल्म ने 20 से 30 लाख का कारोबार किया है।
यहां दिलचस्प बात यह है कि फिल्म को समीक्षकों ने सराहा है। मगर फिल्म दर्शकों को लुभाने में नाकामयाब रही है। इसका मुख्य कारण है फिल्म की कहानी। फिल्म की कहानी दो यूनिवर्स यानी अलग अलग दौर में घटित हो रही है। इस कारण कहानी इतनी जटिल और कॉम्प्लेक्स हो जाती है कि यदि दर्शक से एक भी सीन छूटता है तो पूरी फिल्म अबूझ और बोरिंग हो जाती है। यह फिल्म मास ऑडियंस को अपील नहीं करती। आम आदमी फिल्म देखकर दिमागी कसरत करता रह जाता है। फिल्म बुद्धिजीवियों को पसंद आती है लेकिन उनकी तादात बेहद कम है। इसलिए फिल्म कारोबार में पिछड़ गई है।