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फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे पर विवाद

फिल्म फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे में कई बोल्ड सीन हैं और यह कहानी अपने आप में ही काफी काम वासना से भरपूर है। फिल्म की प्रचार सामग्री पर सबसे ज्यादा आपत्ति उठाई गई है।
फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे पर विवाद

अंग्रेजी फिल्म फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे ‌रीलिज से पहले विवादों में फंस गई है। यह फिल्म ब्रिटिश लेखक इ एल जेम्स के इसी नाम के उपन्यास पर आधारित है। उपन्यास सन 2011 में प्रकाशित हुआ था। कहानी में कॉलेज में पढ़ने वाली एक छात्रा और एक बड़े बिजनेस मैन के बीच के प्रेम संबंध की कहानी है। फिल्म में कई बोल्ड सीन हैं और यह कहानी अपने आप में ही काफी काम वासना से भरपूर है। फिल्म की प्रचार सामग्री पर सबसे ज्यादा आपत्ति उठाई गई है। पोस्टर में फिल्म की नायिका की आंखों पर पट्टी बंधी है और वह बिस्तर पर नग्नावस्था में है। इस पोस्टर के बाद यह विवाद उठ रहा है कि फिल्म बेचने के लिए यह नग्नता क्या जरूरी है। फिल्म में और भी कई ऐसे दृश्य हैं। फिल्म को सैम टेलर-जॉनसन ने निर्देशित किया है और इसकी पटकथा लेखिका कैली मार्सेल हैं।

प्रदर्शन की मंजूरी न दिए जाने के बाद सेंसर बोर्ड ने जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘आवेदक द्वारा अनुरोध करने पर नियमों के अनुरूप समीक्षा समिति का गठन किया जा सकता है।’ केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के मुख्य कार्यकारी श्रवण कुमार ने एक बयान में कहा, ‘आवेदक जब अनुरोध करेंगे, तब प्रक्रिया के तहत एक समीक्षा समिति (आरसी) का गठन किया जाएगा।’

बयान में कहा गया कि आरसी द्वारा फिल्म के प्रदर्शन की मंजूरी न देने पर भी एफसीएटी (फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण) के समक्ष अपील की जा सकती है। सेंसर बोर्ड के नाम से जाने जाने वाली सीबीएफसी की परीक्षण समिति (ईसी) ने फिल्म को प्रदर्शन की मंजूरी देने से इनकार कर दिया था।

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