अंकिता भंडारी हत्याकांड में सभी चारों आरोपियों को आजीवन कठोर कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद मृतका की मां सोनी देवी के आंसू छलक आए. उन्होंने कहा कि अभी बड़ी लड़ाई लड़नी है ताकि हत्यारों को फांसी की सजा मिले और किसी की भी बेटी के साथ ऐसा करने से पहले लोग हजार बार सोचें. पौड़ी जिले के कोटद्वार में फैसला आने के बाद मीडिया से बातचीत में देवी ने कहा कि वह इससे संतुष्ट तो नहीं हैं लेकिन इससे उनकी बेटी की आत्मा को थोड़ी शांति तो जरूर मिली होगी.
उन्होंने कहा कि एक बेटी को खोने का दुख एक मां ही समझ सकती है. उन्होंने समर्थन के लिए लोगों का भी आभार व्यक्त किया और कहा कि उनकी वजह से आज पहली जीत मिली है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह हत्यारों को फांसी दिए जाने की मांग को लेकर उच्च न्यायालय जाएंगी तो उन्होंने कहा, 'क्यों नहीं.”
वीरेंद्र भंडारी ने संवाददाताओं से कहा, “हमारी मांग है कि जिस तरह से उन्होंने हमारी बेटी को मारा, उसी तरह उन्हें भी मृत्युदंड मिलना चाहिए.”
उन्होंने यमकेश्वर से भाजपा विधायक रेणु बिष्ट और एक "अति विशिष्ट व्यक्ति" की संलिप्तता की भी जांच की मांग की, जिनका नाम इस मामले में सामने आया है. कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायालय ने अंकिता हत्याकांड में शुक्रवार को मुख्य आरोपी पुलकित आर्य समेत तीनों आरोपियों को कठोर आजीवन कारावास की सजा सुनाई.