कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने की तुलना 2008 के मुंबई 26/11 आतंकी हमले से किया। जयराम रमेश ने बुधवार को केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने ने कहा कि 26/11 हमले के दौरान भाजपा ने संवेदनशील समय में राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की थी, जब उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ एक अखबार में विज्ञापन प्रकाशित किया था। उन्होंने अपील की, "आइए हम इस सबसे संवेदनशील समय में एकजुट रहें और राजनीति से ऊपर उठकर देश की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।"
पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की जान गई और 20 से अधिक घायल हुए। कांग्रेस ने इसे पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित "कायराना और सुनियोजित" हमला करार देते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की। पार्टी ने सर्वदलीय बैठक में शामिल होने की बात दोहराई और सुरक्षा चूक के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। जयराम रमेश ने कहा कि पहलगाम, जो त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था वाला क्षेत्र है, वहां ऐसी घटना केंद्रीय गृह मंत्रालय की नाकामी को दर्शाती है। उन्होंने निष्पक्ष जांच और अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया।
हालांकि, भाजपा ने जयराम रमेश के बयान पर पलटवार किया। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेताओं सिद्धारमैया, मणिशंकर अय्यर और विजय वडेट्टीवार के बयानों को "शर्मनाक" बताया, जो हमले को धार्मिक आधार पर जोड़ रहे थे। प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस की नीति "पाकिस्तान के आतंक को कवर फायर" देने की रही है, जिससे वह "राष्ट्र-विरोधी" दिख रही है।
कांग्रेस ने जवाब में कहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई का समर्थन करती है, लेकिन सरकार को जवाबदेही तय करनी होगी। इस बीच, देशभर में हमले के खिलाफ गुस्सा है, और सभी दल इसकी निंदा में एकजुट हैं। यह घटना राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा नीतियों पर गहन चिंतन की मांग करती है। इस हमले के खिलाफ लंदन में रहने वाले भारतीयों ने लंदन में स्थित पाकिस्तानी दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पाकिस्तानी अधिकारी के द्वारा विंग कमांडर अभिनंदन की तस्वीर दिखा कर गला काटने का इशारा किया गया। इसके बाद पाकिस्तानी अधिकारी के इस हरकत को देख लोगों बीच भारी आक्रोश देखा गया।