दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग केस में नवाब मलिक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। नवाब मालिक की गिरफ्तारी के बाद आज ईडी ने उनके बेटे फराज मलिक को समन भेजकर तलब किया है। फराज को समन कल भेज दिया गया था।
ईडी फराज को समन भेजकर, उनके पिता द्वारा एकत्र किए गए कुछ दस्तावेजों और अन्य सबूतों की जांच करना चाहती है। ईडी के सूत्रों ने दावा किया है कि उन्होंने नवाब मलिक को अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोगों से जोड़ने का एक मनी ट्रेल स्थापित किया था। ईडी के सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि उन्हें कुछ रियल एस्टेट परियोजनाओं में नवाब मलिक के बेनामी निवेश का विवरण मिला है।
ईडी ने इस मामले में 18 फरवरी को दाऊद के भाई इकबाल कासकर को गिरफ्तार किया था। इस केस में छोटा शकील के सहयोगी सलीम कुरैशी से भी पूछताछ की गई थी। 3 फरवरी को NIA को सूचना मिली थी कि दाऊद इब्राहिम आतंकी फंड जुटा रहा है और लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अल कायदा (AQ) के साथ काम कर रहा है। वह अपने करीबी सहयोगियों के माध्यम से भारत में आपराधिक गतिविधियों को नियंत्रित कर रहा था।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने अभी तक इस मामले में नौ छापे मारे हैं और दाऊद के सहयोगियों के परिसर से ढेर सारे आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए है। गौरतलब है कि इससे पहले ईडी ने एनसीपी नेता नवाब मलिक को भी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण मलिक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, अब उन्हें छुट्टी मिल गई है और वे फिर से ईडी की हिरासत में हैं।