बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया लंदन में चार महीने तक इलाज कराने के बाद मंगलवार को स्वदेश लौट आईं। मीडिया में आई खबर से यह जानकारी मिली।
‘ढाका ट्रिब्यून’ ने बीएनपी मीडिया प्रकोष्ठ के सदस्य सैरुल कबीर खान के हवाले से बताया कि खालिदा और उनके साथ आए लोगों को लेकर कतर की शाही एयर एंबुलेंस सुबह 10:42 बजे हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी।
बांग्लादेश की तीन बार प्रधानमंत्री रह चुकीं 79 वर्षीय खालिदा लंबे समय से लिवर सिरोसिस, किडनी रोग, हृदय रोग, मधुमेह और गठिया से पीड़ित हैं।
इस बीच, बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ खालिदा की अगवानी करने के लिए सुबह करीब साढ़े आठ बजे हवाई अड्डे पर पहुंचे।
हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए फखरुल ने उम्मीद जताई कि पार्टी अध्यक्ष खालिदा जिया की वापसी से देश में लोकतंत्र की बहाली और उन्नति में मदद मिलेगी।
‘ढाका ट्रिब्यून’ ने बीएनपी नेता के हवाले से कहा, ‘‘वर्षों तक फासीवादी उत्पीड़न का शिकार रहीं खालिदा इलाज के लिए विदेश गई थीं। फासीवाद के पतन के साथ उन्हें आखिरकार उचित चिकित्सा देखभाल मिल पाई। करीब चार महीने के इलाज के बाद वह आज घर लौट रही हैं। यह हमारे और लोगों के लिए बहुत खुशी की बात है।’’
‘बीडीन्यूज24’ ने बताया कि खालिदा के गुलशन स्थित आवास फिरोजा में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
परिसर के चारों ओर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, परिसर में पुलिस और चेयरपर्संस सिक्योरिटी फोर्स (सीएसएफ) के सदस्य तैनात हैं।
समर्थकों को फुटपाथ पर ही रहने, राष्ट्रीय ध्वज और बीएनपी के झंडे लेकर चलने और सड़कों को अवरुद्ध करने से बचने का निर्देश दिया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़ी संख्या में पुलिस, सेना, रैपिड एक्शन बटालियन, सशस्त्र पुलिस बटालियन और अंसार के सदस्यों को सड़कों पर और हवाई अड्डे के इलाके के पास तैनात किया गया है।
ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) ने भी सोमवार को एक नोटिस जारी किया, जिसमें खालिदा के स्वागत के लिए अत्यधिक भीड़ के जुटने के कारण गुलशन-बनानी क्षेत्र में भीड़भाड़ बढ़ने की आशंका के मद्देनजर यातायात संबंधी चेतावनी दी गई।
मार्च में बांग्लादेश के उच्चतम न्यायालय ने जिया को भ्रष्टाचार के एक मामले में बरी करने संबंधी एक उच्च न्यायालय के फैसले के बरकरार रखा था। इस मामले में उन्हें अधीनस्थ अदालत ने सात साल जेल की सजा सुनाई थी। जिया को 2018 में ढाका की एक अदालत ने जिया चैरिटेबल ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराया था।