गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का रविवार को राजकोट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। रूपाणी का निधन शनिवार को 68 वर्ष की आयु में हुआ था। वे कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे।
राजकोट के रामनाथ पराड़ा श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया और उनकी पार्थिव देह को तिरंगे में लपेटा गया। अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, गुजरात भाजपा प्रमुख सी. आर. पाटिल, और वरिष्ठ नेता गणपत वसावा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
राजकोट पश्चिम सीट से विधायक रहे विजय रूपाणी ने 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी सहयोगी के रूप में गुजरात की राजनीति में अहम भूमिका निभाई।
रूपाणी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अनेक नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। पीएम मोदी ने रूपाणी को “सज्जन, दूरदर्शी और जनता के लिए समर्पित नेता” बताया।
रूपाणी का राजनीतिक जीवन तीन दशकों से अधिक समय तक फैला रहा, जिसमें वे गुजरात विधानसभा के सदस्य, नगरसेवक, राज्यसभा सांसद और भाजपा संगठन के विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे। उनके निधन से गुजरात की राजनीति में शोक की लहर है।