दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल तबलीगी जमात के कई लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के बाद देश के सामने चुनौती बढ़ गई है। रेलवे अब उन यात्रियों के बारे में जानकारी जुटा रहा है जिन्होंने दिल्ली की पांच ट्रेनों में तबलीगी जमात में भाग लेने वाले लोगों के साथ सफर किया था।
ये सभी ट्रेनें 13 से 19 मार्च के बीच दिल्ली से रवाना हुई थीं। इनमें आंध्र प्रदेश को जाने वाली दुरंतो एक्सप्रेस, चेन्नई तक जाने वाली ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस, चेन्नई को ही जाने वाली तमिलनाडु एक्सप्रेस, नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस और एपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस शामिल हैं। हालांकि, रेलवे के पास जमातियों के संपर्क में आए लोगों की वास्तविक संख्या नहीं हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि प्रत्येक ट्रेन में करीब 1000-1200 यात्री और रेलवे कर्मचारी होते हैं, इन सभी को खतरा हो सकता है।
लिस्ट से हो रहा है मिलान
राज्य के अधिकारियों ने कहा कि रेलवे जिला अधिकारियों को यात्रियों की लिस्ट प्रदान कर रहा है जिनको जमात में शामिल लोगों की लिस्ट से मिलाया जा रहा है ताकि उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा सके। इनमें से एक 10 इंडोनेशियाई लोगों का मामला है, जिन्होंने 13 मार्च को कार्यक्रम के बाद एपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से वापस करीमनगर जाने के लिए यात्रा की थी। इसके बाद उनमे कोरोना पॉजिटिव पाया गया।
व्यस्त स्टेशनों में हैं नई दिल्ली और निजामुद्दीन
करीब उन 60 यात्रियों की तलाश जारी है जिन्होंने नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस में उसी बी-1 कोच में यात्रा की थी जिसमें मलेशिया की महिला ने सफर किया था और उसका टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। माना जा रहा है कि इस महिला ने तबलीगी समाज के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। 23 मार्च को महिला ने 23 अन्य लोगों के साथ ट्रेन में यात्रा की थी। राज्यों से मिले इनपुट के अनुसार, मंडली में शामिल दो लोगों में कोरोना पॉजिटिव मिला है और उन्होंने भी 18 मार्च को दुरंतो से एस 8 कोच में अपने दो साथियों के साथ यात्रा की थी। दो ने ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस से एस 3 कोच में दो नाबालिगों के साथ यात्रा की, जबकि कुछ अन्य लोग तमिलनाडु एक्सप्रेस से गए।
हजरत निजामुद्दीन स्टेशन और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन दोनों देश के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक हैं। हजरतत निज़ामुद्दीन स्टेशन से लंबी दूरी की प्रतिदिन 56 ट्रेनों को प्रस्थान करती हैं और अन्य स्रोतों से 130 ट्रेनें यहां रुकती हैं जबकि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 62 ट्रेनें चलती हैं और 76 ट्रेनें रुकती हैं।
निजामुद्दीन मरकज को कराया खाली
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज को खाली करा लिया गया है। उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को बताया कि निजामुद्दीन के आलमी मरकज में 36 घंटे का गहन अभियान चलाकर सुबह चार बजे पूरी बिल्डिंग को खाली करा लिया गया है। इस इमारत में कुल 2361 लोग बाहर निकाले गए जिनमें से 617 को अस्पतालों में और बाकी को अलग-अलग क्वारंटीन में भर्ती कराया गया है। सिसोदिया ने लॉकडाउन में सभी से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि करीब 36 घंटे के इस अभियान में मेडिकल स्टाफ, प्रशासन, पुलिस और डीटीसी स्टाफ सबने मिलकर तथा अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया। बता दें कि निजामुद्दीन के मरकज में तबलीगी समाज का कार्यक्रम था जिसमें बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे। बाद में यहां से लोग देश के विभिन्न राज्यों में गए जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण बड़े पैमाने पर फैलने का खतरा पैदा हो गया है।