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इंडियन आर्मी में समलैंगिकता स्वीकार नहीं: सेना प्रमुख

इंडियन आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार को कहा कि सेना में समलैंगिकता की कोई जगह नहीं है। हाल ही...
इंडियन आर्मी में समलैंगिकता स्वीकार नहीं: सेना प्रमुख

इंडियन आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार को कहा कि सेना में समलैंगिकता की कोई जगह नहीं है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने आर्टिकल 377 के तहत समलैंगिकता को अपराध के दायरे से बाहर कर दिया था। जनरल रावत से समलैंगिता को लेकर सवाल पूछा गया था। इस पर उन्‍होंने कहा कि इंडियन आर्मी कानून से ऊपर नहीं है लेकिन सेना में समलैंगिकों के लिए कोई जगह नहीं है। सेना प्रमुख ने कहा, 'हम लोगों के यहां ये नहीं चलेगा।'

आर्मी एक्ट के तहत इन मुद्दों से निपटेगी सेना

 उन्‍होंने यह भी कहा कि होमोसेक्‍सुअैलिटी के लिए सेना का अपना कानून है। जनरल रावत के शब्‍दों में, 'हम न तो आधुनिक हैं और न ही पश्चिमी सभ्‍यता जैसे। एलजीबीटी जैसे इश्‍यू हमें स्‍वीकार नहीं हैं।' सेना प्रमुख ने कहा कि सेना में इस तरह के मुद्दों को आर्मी एक्‍ट के तहत रखकर निपटा जाएगा।

कई मुद्दों पर रखी बात

इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय सेना हर तरह से मुस्तैद है। हमने चीन और पाकिस्तान दोनों फ्रंट पर काफी अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि हम नरम और सख्त दोनों पहलुओं को लेकर चल रहे हैं। रावत ने यहां सेना से जुड़े अलग-अलग मुद्दों पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान के मसले को हमने अच्छी तरह से संभाला है।

कश्मीर में आम लोगों को निशाना नहीं बनाते’

कश्मीर मसले पर सेना प्रमुख ने कहा कि कश्मीर में स्थिति को अभी और भी सुधारा जा सकता है उन्होंने कहा कि हम वहां आम लोगों को निशाना नहीं बनाते हैं लेकिन हम ये भी जानते हैं कि उस जमीन पर आतंकी मौजूद हैं। पश्चिमी पड़ोसी से आतंकी बॉर्डर क्रॉस करते हैं। उन्होंने कहा कि वहां कितने आतंकी मारे गए इससे सफलता तय नहीं होती है। आर्मी चीफ ने कहा कि अगर आतंकी आते रहेंगे तो हम उन्हें मारते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम कश्मीर में शांति चाहते हैं।

हम ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं’

सीजफायर पर उन्होंने कहा कि अगर कोई बॉर्डर पर आता है तो तुरंत फायरिंग शुरू हो जाती है, यही कारण है कि सीजफायर की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इसके अलावा सेना प्रमुख ने कहा कि जब हमारे जवान माइन्ड एरिया में जाते थे तो काफी नुकसान होता था, इसलिए हम अब वहां पर ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।

जवानों के लिए सोशल मीडिया बैन नहीं कर सकते’

सोशल मीडिया के मसले पर उन्होंने फिर अपनी पुरानी बात दोहराई। बिपिन रावत बोले कि आप सोशल मीडिया को बैन नहीं कर सकते हैं। हमने कुछ चीजों को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी है। हमने सभी जवानों को चेतावनी दी है कि कोई किसी चीज में ट्रैप ना हो पाए। अगर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ जवानों को फिल्म स्टार के नाम से अकाउंट चलाकर सोशल मीडिया पर हनी ट्रैप किया जाता है।

अफगानिस्तान के मसले पर सेना प्रमुख ने कहा कि अगर अफगानिस्तान में हमारा कोई हित नहीं है तो हमें वहां नहीं रहना चाहिए लेकिन अफगानिस्तान में हमारा हित है, इसलिए अगर कोई तीसरा व्यक्ति कुछ बात करना चाहता है तो हमें इससे अलग नहीं रख सकता है।

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