बुधवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष के भाई की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। मृतक सचिन वालिया भीम आर्मी का मीडिया प्रभारी था।
रिपोर्ट के मुताबिक, थाना देहात कोतवाली क्षेत्र के मल्हीपुर रोड पर महाराणा प्रताप जयंती मनाई जा रही थी। वहीं से 100 कदम की दूरी पर ये वारदात हुई है। इस मामले में एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि सचिन वालिया अपना देसी कट्टा साफ कर रहा था और अचानक गोली चल गई, जिस कारण उसकी मौत हुई है। इलाके में तनाव की वजह से जिला प्रशासन ने आगामी आदेश तक इंटरनेट सेवाओं को बंद करने का फैसला किया है। इस दौरान मोबाइल, एंड्रायड मोबाइल और नेट सेवा पूरी तरह से बंद रहेगी।
रामनगर में हुई भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की मृत्यु के संबंध में SSP @saharanpurpol द्वारा दी गई अपडेट बाईट #UPPolice @uppolice @adgzonemeerut @digsaharanpur pic.twitter.com/nKiCDyN2T4
— Saharanpur Police (@saharanpurpol) May 9, 2018
रामनगर में तनावपूर्ण स्थिति, आरएएफ, पीएसी तैनात
बुधवार की दोपहर हुई सचिन वालिया की मौत के बाद माहौल पूरी तरह से तनावपूर्ण हो गया है। हालांकि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। अप्रिय घटना को रोकने के लिए आसपास के जनपदों के थानों से पुलिस के साथ साथ आरएएफ की तीन टुकडी मंगाई गई हैं, जो सहारनपुर पहुंच चुकी और विवादित स्थल रामनगर और मल्हीपुर स्थित महाराणा प्रताप भवन पर तैनात कर दी गई है।
भीम आर्मी
ये संगठन सहारनपुर के 700 गांवों में एक्टिव है। 2013 में बनी भीम आर्मी दलितों को लीड करने का दावा करती है। इसका चीफ एडवोकेट चंद्रशेखर आजाद है, जो फिलहाल जेल में है। दावा है कि हर गांव में भीम आर्मी के 8 से 10 युवा मेंबर है। ये सभी अपने सिर पर नीला कपड़ा बांधते हैं।