अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे मध्य प्रदेश के भाजपा विधायक सरताज सिंह ने आज यह आरोप लगाकर सनसनी फैला दी कि भोपाल स्थित राज्य सचिवालय में उनके मेडिकल खर्चे की वापसी के लिए राज्य सचिवालय में रिश्वत की मांग की गई।
सरताज सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआइ को बताया कि मेरा एक सहायक हाल में मेरे मेडिकल बिल के खर्चे की वापसी के लिए वल्लभ भवन (सचिवालय) गया था। वहां से उसने मुझे फोन कर बताया कि यहां मौजूद अधिकारी उससे कमीशन की मांग कर रहे हैं। 78 वर्षीय भाजपा नेता ने बताया कि इसके बाद मैंने अपने सहयोगी को मेडिकल बिल की फाइल को वहीं फेंक वापस आने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि इसके बाद क्या हुआ इसकी मुझे जानकारी नहीं हैं। सरताज सिंह ने सवाल किया कि जब एक विधायक की यह स्थिति है तो आम आदमी का क्या होता होगा।
भाजपा नेता ने कहा कि मैंने जिस मेडिकल खर्चे की वापसी की मांग की थी वह पिछले महीने का है। मेरा नेशनल हॉस्पिटल में में 14 फरवरी से एक सप्ताह तक इलाज चला था। विधायक ने कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है। सरकारी कार्यालयों में पैसा लेकर काम करना आम हो गया है। स्थित यह हो गई है कि लोग यह कहने लगे हैं कि पैसा ले लो पर मेरा काम कर दो। उन्होंने कहा कि प्रशासन को सख्त किए जाने की जरूरत है।
जब इस बारे में राज्य के स्वास्थ्य सचिव कविंद्र कियावत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि विधायक अपने खर्चे की वापसी का बिल विधानसभा सचिवालय को भेजते हैं न कि वल्लभ भवन। उऩ्होंने कहा कि मुझे विधायक के आरोपों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। यह मामला हमारी संज्ञान में नहीं आया है।
गौरतलब है कि सरताज सिंह को बढ़ती उम्र की वजह से पिछले साल कैबिनेट से हटा दिया गया था। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में कोई चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं। राज्य में इस साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं।