सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक से केंद्र शासित प्रदेश में कथित बीमा घोटाले के सिलसिले में कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सीबीआई ने पिछले साल कथित घोटाले के सिलसिले में उनसे पूछताछ की थी। एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर में दो प्रोजेक्ट में गड़बड़ियों को लेकर केस दर्ज किया था। मलिक ने दावा किया था कि उन्हें दो फाइल साइन करने के लिए 300 करोड़ का ऑफर मिला था।
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मलिक ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एजेंसी के अकबर रोड गेस्टहाउस में कुछ स्पष्टीकरण के लिए उनकी उपस्थिति मांगी है।
मलिक ने कहा, "वे कुछ स्पष्टीकरण चाहते हैं, जिसके लिए वे मेरी उपस्थिति चाहते हैं। मैं राजस्थान जा रहा हूं, इसलिए मैंने उन्हें 27 से 29 अप्रैल तक की तारीखें दी हैं, जब मैं उपलब्ध हूं।"
पिछले साल अप्रैल में, सीबीआई ने मलिक द्वारा सरकारी कर्मचारियों के लिए एक समूह चिकित्सा बीमा योजना के ठेके देने और जम्मू-कश्मीर में किरू पनबिजली परियोजना से संबंधित 2,200 करोड़ रुपये के नागरिक कार्य में लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर दो प्राथमिकी दर्ज की थी।
बीते लंबे समय से सत्यपाल मलिक केंद्र सरकार पर हमलावर रहे हैं। उन्होंने किसान बिल के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में भी बात की थी तब केंद्र सरकार द्वार पास किए बिल का विरोध भी किया था। उन्होंने कहा था कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के रद्द होना किसानों की ऐतिहासिक जीत है। केंद्र सरकार को प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लेने के संबंध में ईमानदारी से काम करना होगा। सरकार को फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी रूप देना होगा।