हाल ही में एससी-एसटी एक्ट पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कांग्रेस नाराज चल रही है। इस एक्ट पर आए कोर्ट के फैसले के बाद विपक्ष और सरकार आमने-सामने आ गई है। इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस शुक्रवार को संसद परिसर में प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि इस मामले में सरकार ने सही तरीके से पक्ष नहीं रखा।
इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाराज कांग्रेस नेताओं ने शुक्रवार को राहुल गांधी के नेतृत्व में संसद परिसर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया और सरकार से इस पर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की मांग की। इस दौरान कांग्रेस ने नारे भी लगाए, ‘दलितों के सम्मान में, राहुल गांधी मैदान में’।
Delhi: Congress leaders protest outside Gandhi Statue in Parliament, demand government file review petition against SC ruling on SC/ST act; raise slogans of, 'Daliton ke samman mein, Rahul Gandhi maidan mein.' pic.twitter.com/Pvaw5Jlfbd
— ANI (@ANI) March 23, 2018
बताया जा रहा है कि इस कानून को हल्का बनाए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले से न सिर्फ कांग्रेस पार्टी नाराज चल रही है, बल्कि बीजेपी के भी दलित नेता नाराज चल रहे हैं।
इससे पहले एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाराज कांग्रेस ने कहा था कि इस एक्ट को मोदी सरकार कमजोर कर रही है। साथ ही, कांग्रेस ने सवाल उठाया कि आखिर इस एक्ट पर पीएम मोदी चुप क्यों हैं। इतना ही नहीं, कांग्रेस ने इस एक्ट को कमजोर करने के लिए बीजेपी और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया।
वहीं, बीजेपी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने कहा गरीब और दलित विरोधी चेहरा सामने आ गया है। कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार के चलते देश में सबसे ज्यादा दलितों पर अत्याचार हो रहा है। कांग्रेस इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी।